Header Ads

Breaking News

Political News : जन सुराज का बिहार बदलाव रैली 11अप्रैल को, पार्टी नेत्री सरला दीदी ने रैली को सफल बनाने का किया आह्वान



जन सुराज का बिहार बदलाव रैली 11अप्रैल को, पार्टी नेत्री सरला दीदी ने रैली को सफल बनाने का किया आह्वान

नवादा लाइव नेटवर्क। 

 बिहार बदलाव रैली गांधी मैदान पटना में 11अप्रैल 2025 को शानदार ढंग से सफल बनाने के उदेश्य से जन सुराज पार्टी के द्वारा नवादा नगर के बुधौल बस स्टैंड के पास अवस्थित स्ट्रीट हाइवे रेस्टोरेंट में बुधवार को एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। 

        प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए जन सुराज के एक चर्चित हस्ती महिला नेत्री सह जिले की प्रबुद्ध नागरिक व समाज सेवी सरला दीदी ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए 11 अप्रैल को पटना में आयोजित बिहार बदलाव रैली को सफल बनाने का आह्वान आम लोगों से किया।

उन्होंने कहा कि मेरा जन्म स्थान नवादा है और कर्म स्थल झारखंड रहा है। मैं पहले स्वयं सेवी संगठन में 35 वर्षों से कार्यरत था। मैंने अपने जिंदगी के बहुमूल्य समय निकालकर गरीबों और खासकर आदिवासियों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने में समर्पित कर दिया और जिंदगी के बचेखुचे कुछ हिस्से को देश और समाज की सेवा में न्योछावर करने की चाहत है। मैं पहले किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ी नहीं थी। 


जन सुराज के सूत्रधार व संस्थापक प्रशांत किशोर के सम्पर्क में आने के बाद उनके विचार और व्यवहार से मैं काफी प्रभावित हुई। बिहार में पूर्ण बदलाव तथा आमूलचूल परिवर्तन लाने के उदेश्य से दरअसल मैं जन सुराज राजनीतिक दल से जुड़ी हूं।

 आजादी के सात दशक से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आज तक बिहार या देश में सत्ता परिवर्तन का खेल व नौटंकी तो सदा होते ही आ रहा है, लेकिन व्यवस्था जस का तस है। व्यवस्था परिवर्तन अबतक तो नहीं हो सका है। सत्तापक्ष के लोग विपक्ष में व विपक्ष के लोग सत्तापक्ष में परिवर्तन होते ही आ रहा है। मगर  व्यवस्था ज्यों की त्यों है।

     सत्ता परिवर्तन और व्यवस्था परिवर्तन में आसमान व जमीन का अंतराल है। सत्ता परिवर्तन मतलब एक दल से दूसरे दल के हाथों सत्ता का हस्तानान्तरण होना। लेकिन व्यवस्था परिवर्तन का मूल मतलब है कि सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन करना। देश के पिछड़े सभी समाज के नागरिकों को उन तमाम क्षेत्रों में समान रूप से उपभोग करने की सुअवसर की गांरटी करना ही असलियत में व्यवस्था परिवर्तन है।

     सरला दीदी ने आगे बताया कि जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में बुनियादी बदलाव खातिर  सही लोग, सही सोच व सामूहिक प्रयास का होना ही मुख्य तीन मूलमंत्र दिया है। इसी मूलमंत्र को केंद्र कर जन सुराज बड़ी तेजी से बिहार में अपना हाथ-पैर व जनाधार बढ़ा रही है। जन सुराज के द्रुतगति से चल रहे धारावाहिक अभियान से सत्तापक्ष और विपक्ष बेहद पेशोपेश में आकर बहुत हतप्रभ व व्याकुल हैं। व्यवस्था परिवर्तन के लिए सही लोग,सही सोच व सामूहिक प्रयास यह तीन जादुई हथियार के बिना बिहार या देश में बिल्कुल व्यवस्था परिवर्तन असंभव है।


 वास्तव में 11अप्रैल को पटना में  आयोजित रैली का मूल मकसद बिहार में जन सुराज की शक्ति प्रदर्शन कर भावी बिहार विधान सभा चुनाव में काफी मजबूती व मुस्तैदी से हस्तक्षेप करना और जन सुराज की सत्ता को बिहार में स्थापित करना है।

       सरला दीदी ने आगे कहा कि यदि बिहार में जन सुराज आएगा तो 5 चीज की गारंटी होगी। पहला युवाओं व मजदूरों का पलायन बंद होगा। बिहार में ही बेरोजगार युवाओं के लिए 10 से 15 हजार रुपए के रोजी-रोजगार की गारंटी। दूसरा, बुजुर्गों को ₹2000 पेंशन पेंशन की गारंटी। तीसरा ,महिलाओं को सस्ता ऋण, चौथा,सभी बच्चों के लिए विश्वस्तरीय शिक्षा की खेती करने वाले किसानों के लिए मुफ़्त मजदूरों की व्यवस्था की गारंटी। 

      सरला दीदी ने बताया कि बिहार में विकल्पहीनता के आभाव में राजद के डर से जदयू व भाजपा और भाजपा व जदयू के डर से फिर राजद को अब वोट देना ही बंद कर दें। अब हर वोट अपने मासूम प्यारे नौनिहाल- होनहार बच्चों के लिए उनके उच्च स्तरीय शिक्षा तथा रोजगार हेतु कम से कम एक बार तो जन सुराज के लिए वोट देकर बिहार में ऐतिहासिक बदलाव सह व्यवस्था परिवर्तन के लिए दृढ़ता व साहस के साथ तन- मन-धन से सहयोग देने के लिए आगे बढ़ें। आपका समुचित प्रयास व सहयोग बिहार में मुक्कमल व्यवस्था परिवर्तन के साथ एक नया बदलाव का सूचक सिद्ध होगा।

 रिपोर्ट : दिनेश कुमार अकेला

No comments