Nawada News : जयंती पर श्रद्धा से याद किए गए नेता जी सुभाष चंद्र बोस, कांग्रेस और भाज
जयंती पर श्रद्धा से याद किए गए नेता जी सुभाष चंद्र बोस, कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि
नवादा लाइव नेटवर्क।
जिला कांग्रेस कार्यालय नवादा में गुरुवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष सतीश कुमार उर्फ मनटन सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि कर नमन किया।
मौके पर नेताजी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की गई। जिलाध्यक्ष श्रीसिंह ने नेताजी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हाल के सामने 'सुप्रीम कमाण्डर' (सर्वोच्च सेनापति) के रूप में सेना को सम्बोधित करते हुए "दिल्ली चलो" का नारा दिया और जापानी सेना के साथ मिलकर ब्रिटिश व कामनवेल्थ सेना से बर्मा सहित इम्फाल और कोहिमा में एक साथ जमकर मोर्चा लिया।
21 अक्टूबर 1943 को बोस ने आजाद हिंद फौज के सर्वोच्च सेनापति की हैसियत से स्वतंत्र भारत की अस्थायी सरकार बनाई, जिसे जर्मनी, जापान, फ़िलीपीन्स, कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड सहित 11 देशो की सरकारों ने मान्यता दी थी। जापान ने अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह इस अस्थायी सरकार को दे दिए। सुभाष उन द्वीपों में गए और उनका नया नामकरण किया।
1944 को आजाद हिंद फौज ने अंग्रेजों पर दोबारा आक्रमण किया और कुछ भारतीय प्रदेशों को अंग्रेजों से मुक्त भी करा लिया। कोहिमा का युद्ध 4 अप्रैल 1944 से 22 जून 1944 तक लड़ा गया एक भयंकर युद्ध था। इस युद्ध में जापानी सेना को पीछे हटना पड़ा था और यही एक महत्वपूर्ण मोड़ सिद्ध हुआ।
6 जुलाई 1944 को उन्होंने रंगून रेडियो स्टेशन से महात्मा गांधी के नाम एक प्रसारण जारी किया जिसमें उन्होंने इस निर्णायक युद्ध में विजय के लिए उनका आशीर्वाद और शुभ कामनाएं मांगी।
जापान में प्रतिवर्ष 18 अगस्त को उनका शहीद दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। मौके पर जागेश्वर पासवान, एजाज अली मुन्ना ,गायत्री देवी , इंटेक जिला अध्यक्ष मनीष कुमार, अरविंद बारसी ,मनोज यादव ,अजीत कुमार ,नंदू यादव ,निलेश कुमार, रोशन कुमार आदि लोग मौजूद थे।
भाजपाइयों ने दी श्रद्धांजलि
देश के वीर सपूत महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मनायी गई। कार्यक्रम में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. विमल प्रसाद ने कहा की मां भारती के वीर सपूत, महान देशभक्त, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान नेताजी ने तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा, जय हिन्द, दिल्ली चलो जैसे नारों से लोगों में देशभक्ति की भावना को उजागर किया और स्वतंत्रता आंदोलन में कूदने की अलख जगाई। उनके द्वारा दिया गया "जय हिन्द" का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है।
कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अभिजीत कुमार सिन्हा ने मां भारती के वीर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन करते हुए कहा की नेताजी के सभी काम और लक्ष्य आज भी युवाओं के रगों में एक प्रेरणा बनकर दौड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान निकोबार के एक द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर रखा जिसे नेताजी ने आजाद कराया था। देशवासियों को सुभाष चंद्र बोस के अतुलनीय संघर्ष को सदा के लिए याद दिलाने के लिए उनके कुछ गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक कर दिया। इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन के पास कर्तव्यपथ पर उनका स्टैच्यू स्थापित कराया।
देशवासियों की भावनाओं को समझते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाए जाने का आह्वान किया था।
कार्यक्रम में उपस्थित नमो ऐप प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी तेजस सिन्हा ने कहा की हम सभी को नेताजी के आदर्शों और बलिदान को सदैव याद रखना चाहिए और उनके देश प्रेम की भावना को सदैव अपने दिल में रख कर राष्ट्र के लिए काम करना चाहिए।
कार्यक्रम में जिला महामंत्री विजय कुमार पांडेय, जिला उपाध्यक्ष अरविंद कुमार गुप्ता, नवादा नगर अध्यक्ष रौशन कुमार आर्य, मनोज गुप्ता , मनोज सिन्हा, गौतम चुन्नू , विकास कुमार , विनय सिन्हा, मोहन कुमार , अजय सिन्हा, शंकर सिंह , दीपू सिन्हा, पिंटू कुमार , कृष्णा कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ब्रिगेड के बैनर तले आयोजित हुआ समारोह
आज महान स्वतंत्रता सेनानी आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128 वीं जयंती होटल सिटी पैलेस में बहुत ही धूमधाम से मनाई गई। पुष्प अर्पण, माल्यार्पण व उनके विचारों पर चर्चा करके जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नेताजी सुभाष चंद्र बोस ब्रिगेड के अध्यक्ष व वरिष्ठ समाजसेवी मनीष कुमार सिन्हा ने की। समाजसेवी मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन एडीएम चंद्रशेखर आजाद ने किया। कार्यक्रम में दर्जनों गण मान्य लोग उपस्थित हुए। सुबोध कुमार ने नेताजी को युग पुरुष बताया। उदय शंकर ने नेताजी पर मनमोहक गीत गाकर सभी की तालियां बटोरी। भरत भूषण सिन्हा उर्फ उर्फ फनी जी ने नेताजी को दूरदर्शी सोच का जीता जागत उदाहरण बताया।
जदयू नेता व जेपी सेनानी मनोहर पासवान ने बताया कि नेताजी आईएएस तब आईसीएस कहलाता था की नौकरी को ठोकर मार कर स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े थे। केके पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल चंद्रभूषण प्रसाद ने नेताजी पर पुष्प अर्पण कर बताया कि ऐसे कार्यक्रम में शामिल होना गर्व की बात है।
प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय के पूर्व प्राचार्य सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि आजादी के समय नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसा पराक्रमी नायक कोई दूसरा था ही नहीं, उनके पराक्रम को दुनिया सलाम करती है। जदयू नेता फखरुद्दीन अली अहमद उर्फ चामो ने कहा कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा, दिल्ली चलो व जय हिंद का नारा आज देश में बड़े गर्व के साथ लिया जाता है। ब्रह्मर्षि सेवा संस्थान के दीपू सिंह ने कहा कि नेताजी कभी मर नहीं सकते हैं वह अमर हैं। देव भूमि फाउंडेशन के नवादा जिला अध्यक्ष सुबोध लाल ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की फौज में 56 हजार सैनिक थे, जिसमें महिला ब्रिगेड भी थी।
डॉक्टर योगेंद्र प्रसाद सिन्हा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर पुष्प अर्पण कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की सिन्हा भवन मंशु सिन्हा ने बताया कि नेताजी कैसे जर्मनी जाकर हिटलर से मिले और हजारों सैनिक जो कि हिटलर की कैद में थे उनको छुड़वाया। अर्जुन सिंह ने नेताजी के बारे में बताया कि नेताजी के आजाद हिंद फौज में कई धर्म कई जातियां और कई देशों के लोग थे।
शशि भूषण सिन्हा बबलू ने कहा कि की नेताजी जैसा पराक्रमी क्रांतिकारी सदियों में पैदा होते हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ब्रिगेड के कोषाध्यक्ष दिलीप यादव ने कहा कि नेताजी के पराक्रम को यह देश कभी भूल नहीं सकता। बंगाली पासवान ने नेताजी को याद कर कहा कि अगर नेताजी अपने आजाद हिंद फौज के साथ देश पहुंच जाते तो वे देश के प्रथम प्रधानमंत्री बनते।
प्रोफेसर रतन कुमार मिश्रा ने नेताजी की जीवनी से जुड़े कई ऐसी बातें बताई उन्होंने कहा कि नेताजी बहुत ही विद्वान कई भाषाओं के जानकार थे। नेताजी को बंगाल का गौरव की उपाधि दी गई है लेकिन मैं उन्हें पूरे देश के गौरव के रूप में मानता हूं।
मौजी राम ने कहा कि आज के पाठ्यक्रम में नेताजी के बारे में विशेष रूप से पढ़ाई जाए। समाज सेविका सुजाता सिन्हा ने कहां की अगर मैं उसे दौर में पैदा होती तो नेताजी के आजाद हिंद फौज में जरूर शामिल होकर देश सेवा करती। चित्रांश प्रेस के कंचन कुमार सिन्हा ने कहा कि नेताजी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
संजय सिन्हा ने नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। संजय भोजपुरी ने नेताजी को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। राजू सिन्हा ने कहा कि नेताजी भारत रत्न से भी कहीं ऊंचे हैं। आजाद हिंद फौज को नौ देशों ने मान्यता दी थी, आजाद हिंद सरकार के लिए।
इस कार्यक्रम में प्रदीप कुमार सिन्हा, गुलशन पटेल रजनीश अकेला, मनोज कुमार सिन्हा , सरोज वर्मा , अभिषेक रंजन सिन्हा, अजय कुमार सिंह, नरेंद्र कुमार सिन्हा, संजय कुमार सिन्हा,रंजीत कुमार, सोनू कुमार, रवि कुमार, सचिन नाथ, अयोध्या पासवान, सत्यम कुमार, गोलू भारती , राकेश कुमार ,संतोष कुमार , कृष्ण प्रसाद , मृत्युंजय सिन्हा, कृष्ण कुमार प्रभाकर प्रभाकर ,सूर्य यादव, रामसनेही सिंह, रामशरण शर्मा छोटू, पप्पू सिंह ,पप्पू रविदास बाबूलाल रविदास, बबीता देवी, बेबी देवी ,अंजू देवी, चिंता देवी, सरोज देवी, बबलू राज ,रोहित कुमार, अभिषेक सिन्हा, धर्मेंद्र कुमार ,सत्येंद्र कुमार सिंह, मुन्ना सिंह, राजेंद्र प्रसाद, अखिलेश सिंह, मंटू सिंह, विजय कुमार, वीरेंद्र प्रसाद सिंह आदि लोगों ने शामिल होकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस अमर रहे के नारे लगाए।
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