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Helth News : मासिक धर्म स्वच्छता जरूरी, सेनेटरी पैड का इस्तेमाल सुरक्षित, कस्तूरबा विद्यालय रोह में आयोजित हुआ किशोरियों की स्वच्छता पर चर्चा

   


मासिक धर्म स्वच्छता जरूरी, सेनेटरी पैड का इस्तेमाल सुरक्षित

संक्रमण के खतरे को बढ़़ाता है साधारण कपड़ों का इस्तेमाल

रोह प्रखंड के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम आयोजन

किशोरियों के साथ एनीमिया, पोषण तथा मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता पर चर्चा

नवादा लाइव नेटवर्क। 

एक स्वस्थ महिला से ही स्वस्थ्य परिवार का निर्माण होता है. इसलिए परिवार में महिलाओं के स्वास्थ्य का बहुत अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। किशोरावस्था से ही उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाये तो भविष्य में वे एक स्वस्थ मां बन पाती हैं। किशोरियों के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहें, वे एनीमिया, पोषण तथा मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता की जानकारी रखें। किशोरियों में एनीमिया भविष्य में मां बनने पर उसके तथा उसके शिशु के संपूर्ण जीवन काल को प्रभावित करता है। सही पोषण से ही एनीमिया को दूर रखा जा सकता है। एनीमिया पीड़ित महिला को उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था का खतरा रहता है, ऐसे में उनकी जान भी जा सकती है। एनीमिया प्रभावित मां के बच्चे भी एनीमिया से ग्रसित हो जाते हैं और बीमारी का यह चक्र सतत चलता रहता है। किशोरियां मासिक धर्म स्वच्छता संबंधी जानकारियों का इस्तेमाल अपने दैनिक जीवन में करें।

 कपड़ों की जगह सेनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल सुरक्षित है।यह जानकारी किशोर स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य रोह प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने दी। कार्यक्रम का आयोजन स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से पीरामल फाउंडेशन द्वारा किया गया।

डाॅ सतीश कुमार ने बताया हर किशोरी मासिक धर्म के दौरान तनाव या शर्म का अनुभव किये बिना स्वस्थ्य व्यवहार कर रोजमर्रा की जिंदगी को सामान्य और स्वस्थ बना सकती हैं। ऐसे समय में तनाव में नहीं रहें, यह हार्मोन के संतुलन को बिगाड़ सकता है। किशोरियां अपने वजन को लेकर भी सतर्क रहें। आयु और लंबाई का वजन के साथ संतुलन जरूरी है। योग शिक्षक कुमार देवेंद्र ने बताया कि किशोरियां प्रतिदिन व्यायाम करें, शारीरिक गतिविधियां मासिक के दौरान दर्द को दूर करने में सहायक होता है। यह मूड को ठीक और थकान को कम करता है। इस दौरान हल्के व्यायाम करने चाहिए।

 


मासिक धर्म के दौरान सावधानियों पर चर्चाः

एएनएम नीता कुमारी ने किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान आवश्यक सावधानियों की जानकारी दी। बताया कि मासिक धर्म को लेकर झिझक या संकोच नहीं रख सभी जानकारी महिला चिकित्सक से प्राप्त कर सकती हैं। मासिक धर्म को लेकर मिथक बातों से बचना जरूरी है। माहवारी एक जीवन का महत्वपूर्ण च्रक है और यह मां बनने की एक प्रक्रिया है। यदि किसी किशोरी को एनीमिया है तो इसका प्रभाव उसके माहवारी चक्र पर भी पड़ता है। साथ ही माहवारी का देर से आना या जल्द आने पर घबराना नहीं चाहिए। कई कारणों से ऐसा होता है, इसलिए किसी चिकित्सक से इसके लिए सलाह लेनी चाहिए। मासिक धर्म होने पर सिर्फ सेनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें। कपड़ों का इस्तेमाल संक्रमण के खतरे को बढ़ाता है और इससे प्रजनन स्वास्थ प्रभावित होता है।

75 किशोरियों ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा

कार्यक्रम में रोह पंचायत मुखिया प्रतिनिधि संजय मालाकार, शिक्षा विभाग के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रियदर्शी सौरभ, कस्तूरबा गांधी विदयालय के संभाग प्रभारी अर्चना कुमारी, योग शिक्षक कुमार देवेंद्र, एएनएम नीता कुमारी, फाॅर्मासिस्ट विजय कुमार तथा पीरामल फाउंडेशन से मिथिलेश सिंह, राजेश प्रभाकर, आईसीडीएस महिला पर्यवेक्षक पूनम रानी और चंपा कुमारी, गांधी फैलो उत्सव अक्षय, मोहम्मद सिराज, नीलम, आशु तथा स्कूल की 75 किशोरिया मौजूद थीं।















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