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Nawada News : जज बनी नवादा की बिटिया अरुणिमा@ डॉली का हुआ स्वागत_अभिनंदन, लोगों ने की उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना



जज बनी नवादा की बिटिया अरुणिमा@ डॉली का हुआ स्वागत_अभिनंदन, लोगों ने की उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना

नवादा लाइव नेटवर्क।

बिहार न्यायिक सेवा को क्रैक कर जज बनी नवादा के बिटिया अरुणिमा @डॉली का गर्मजोशी से स्वागत अभिनंदन किया गया है। रविवार 16 अक्टूबर को मिलन रेसिडेंसी होटल में समारोह आयोजित कर स्वागत, सम्मान और अभिनंदन किया गया। 

 जिला पासवान कमेटी सह बाबा चौहरमल मंदिर निर्माण समिति नवादा की ओर से अरुणिमा को मेडल, बुके, डायरी, अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही उज्ज्वल भविष्य की कामना उपस्थित लोगों ने की। 

 मौके पर अध्यक्ष ब्रह्मदेव पासवान, मुख्य संरक्षक राजेंद्र प्रसाद ज्योति, सचिव राजकुमार पासवान, चंदेश्वर पासवान, जागेश्वर पासवान, रवि शंकर पासवान, आशो पासवान, मनोज पासवान, चमारी पासवान, बिंदा पासवान, कमलेश पासवान, जगत पासवान एवं एवं उनके माता पिता संगे संबंधी समाज के बुद्धिजीवियों एवं अन्य गणमान्य लोगों ने अपने अपने विचार रखते हुए आशीर्वचन दिया।

 पकरीबरावां थाना प्रभारी सूरज कुमार, नवादा पुलिस अंचल के इंस्पेक्टर नेयाज अहमद सहित महेंद्र जी प्रबंधक, गोपाल पासवान, रघुनाथ, जवाहर पासवान, संजय पासवान, बिजेंदर पासवान, राजबल्लभ पासवान, चंदन चौधरी, मधुबाला देवी, कुमारी चुलबुल, राजकुमार पासवान, बीरेंद्र पासवान, जवाहर पासवान आदि ने

 हौसलाफजाई कर अरुणिमा को सफलता पर बधाई दी। इस मौके पर अरुणिमा के माता_पिता भी मौजूद रहे।

महिलाओं और दलित समाज की बनी प्रेरणास्रोत : सुनील

कार्यक्रम में शिरकत कर रहे पत्रकार सुनील चौधरी ने अपने उद्गार में कहा कि अरुणिमा की सफलता महिलाओं और दलित समाज की प्रेरणाश्रोत है। यह पहली बार है, जब जिले की बेटी जज बनकर जिले का नाम रोशन की है।

अरुणिमा ने दलित एवं वंचित समाज को एक दिशा दिया है कि परिश्रम और लगन बेकार नहीं जाता। खुद लगातार संघर्ष करती रही और तीसरी प्रयास में मुकाम हासिल की।

बता दें कि नवादा शहर के पोस्टमार्टम रोड निवासी एससी-एसटी थाना से थानाध्यक्ष के पद से रिटायर्ड दरोगा दिनकर दयाल एवं रिटायर्ड शिक्षिका घनश्यामा देवी की तृतीय सुपुत्री अरुणिमा ने मेहनत की बदौलत यह मुकाम हासिल की है।


 
पिता दिनकर दयाल ने बताया कि अरुणिमा शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी थी। मैट्रिक की परीक्षा राजकीय कन्या इंटर विद्यालय नवादा से पास की और इंटर एवं स्नातक की पढ़ाई आरएमडब्ल्यू कॉलेज से पूरी की। उसके बाद विधि महाविद्यालय नवादा से लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए दिल्ली चली गई।

परीक्षा में दो बार असफलता मिलने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और मेहनत से पढ़ाई में जुटी रही।

 जिसका परिणाम आज हम लोगों के सामने हैं। उन्होंने बताया कि मेरा सपना था कि बेटी न्यायिक पदाधिकारी बने। आज वह सपना पूरा हो गया है। 

इनके 4 बेटी और 2 बेटे हैं। बड़ी वाली पुत्री चंद्रप्रभा कार्यक्रम पदाधिकारी के पद पर पटना में पोस्टेड है। वहीं दूसरी पुत्री शशिप्रभा बैंक पीओ के पद पर कार्यरत है। तीसरी बेटी जज बनकर परिवार का नाम रोशन की है। वहीं दोनों पुत्र अभी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं।





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