National Science Day 2023 : महान वैज्ञानिक सीवी रमन से प्रेरणा लेने की जरूरत : डा. शैलेश
महान वैज्ञानिक सीवी रमन से प्रेरणा लेने की जरूरत : डा. शैलेश
नवादा लाइव नेटवर्क।
मंगलवार को मॉडर्न शैक्षणिक समूह नवादा के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। जिसमें मॉडर्न शैक्षणिक समूह नवादा द्वारा संचालित गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेंनिंग कॉलेज, इंडस्ट्रियल एरिया, पुलिस लाइन नवादा, त्रिवेणी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, कुंती नगर, नवादा, मॉडर्न इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, इंडस्ट्रियल एरिया, पुलिस लाइन, नवादा, मॉडर्न कॉलेज ऑफ एजुकेशन, कुंती नगर नवादा, नवादा कॉलेज ऑफ नवादा तथा त्रिवेणी कॉलेज ऑफ एजुकेशन (नर्सिंग), नवादा के सभी प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2023 की थीम "वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान"। यह दिवस महान वैज्ञानिक सीवी रमन को विज्ञान में महान योगदान के लिए राष्ट्र में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। सर्वप्रथम महान वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन के चित्र पर माल्यार्पण कर सभी लोगों ने नमन किया। तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया। उक्त अवसर पर महान वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन के बारे में मॉडर्न समूह नवादा के सचिव एसोसिएशन ऑफ टीचर्स पटना (बिहार) के महासचिव डॉ शैलेश कुमार ने बताया कि महान वैज्ञानिक सीवी रमन अपने अनुसंधान "रमन प्रभाव" से भारत का नाम विज्ञान के क्षेत्र में विश्व पटल पर देदीप्यमान किया। वे भारत ही नहीं बल्कि एशिया के पहले वैज्ञानिक थे जिन्हें इस अनुसंधान के लिए 1930 में नोबेल पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
भारत सरकार ने 1954 में उन्हें भारत रत्न से अलंकृत किया। तत्पश्चात उन्हें 1957 में लेनिन शांति पुरस्कार से भी नवाजा गया। आगे चलकर वृहत अनुसंधान हेतु उन्होंने बैंगलोर में एक अनुसंधान केंद्र का निर्माण भी किया जो "रमन शोध संस्थान" के नाम से विख्यात है। इस संस्थान में भौतिकी से संबंधित कई शोध कार्य हुए और आगे भी हो रहे हैं।
अंततः सचिव ने कहा कि इस महान वैज्ञानिक से प्रेरणा लेनी चाहिए और विज्ञान के क्षेत्र में सभी छात्र छात्राओं को विज्ञान के प्रति रुचि हो, विज्ञान के क्षेत्र में नए प्रयोगों के लिए प्रेरित करना तथा विज्ञान एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति सजग बनाना यही राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने का लक्ष्य है। आओ हम सभी संकल्प लेकर विज्ञान के क्षेत्र में नए अनुसंधान कर राष्ट्र का नाम विश्व में रोशन करें तथा मानव जीवन को विकसित करें।
इस अवसर पर महाविद्यालयों के प्राचार्य, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक गण, सहायक प्राध्यापक गण सहित बड़ी संख्या में प्रशिक्षणार्थी तथा गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के उपरांत किया गया।
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