Nawada News : रजौली और कौआकोल में शुरू हुआ नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय विद्यालय, डीडीसी और एसडीएम सदर ने किया उद्घाटन
स्कूल का उद्घाटन करते डीडीसी दीपक मिश्र |
रजौली और कौआकोल में शुरू हुआ नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय विद्यालय, डीडीसी और एसडीएम सदर ने किया उद्घाटन
नवादा लाइव नेटवर्क।
शिक्षा विभाग के द्वारा नवादा जिले के 02 स्थलों कौआकोल और रजौली में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस आवासीय छात्रावास का शुभारंभ किया गया है। उद्घाटन हुआ। रजौली प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय चिरैला और नवादा अनुमंडल के कौआकोल प्रखंड में बापू इंटर विद्यालय पाण्डेय गंगोट में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय विद्यालय का संचालन शुरू हुआ है।
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय चिरैला में दीपक कुमार मिश्र उप विकास आयुक्त नवादा और कौआकोल में अखिलेश कुमार अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर ने विद्यालयों का उद्घाटन किया। दोनों स्थलों पर 100-100 बच्चों का नामांकण किया गया है। जहां पर रहना-सहना, खाना-पीना, पाठ्य सामग्री आदि विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रदान किया जायेगा।
उद्घाटन करते एसडीएम अखिलेश कुमार
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि शिक्षा बच्चों का मौलिक अधिकार है। 06 से 14 आयु समूह के प्रत्येक बच्चे को प्रारंभिक शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस विद्या केन्द्र की स्थापना की गई है। जिले के सभी बच्चों को विद्यालय से जोड़ा जा रहा है। इसके तहत वैसे बच्चे जो विद्यालय से अभी दूर हैं, उनको प्राथमिकता दी जा रही है। विद्यालय से वंचित बच्चों को प्रारंभिक स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विकल्प के रूप में आवासीय छात्रावास संचालित किया जा रहा है। आवासीय छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराकर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का यह सरकार का सफल प्रयास है।
राज्य के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में कुछ कारणों से बच्चे विद्यालय से वंचित नहीं रहे, उनके लिए छात्रावास की स्थापना की गई है। सामाजिक, आर्थिक रूप से कुछ बच्चे अलगाव के शिकार हो जाते हैं।
अखिलेश कुमार अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर ने कहा कि आवासीय छात्रावास का मुख्य उद्देश्य विषम परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले अभिवंचित वर्ग और उग्रवाद प्रभावित छात्रों को उनके पहुंच के अन्दर विद्यालय सुविधा नहीं है, वहां नेताजी सुभाषचंद्र वोस आवासीय विद्यालय स्थापित कर गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक शिक्षा दी जायेगी। बच्चों के पठन-पाठन में निरंतरता बनाये रखना आवश्यक है। इसके तहत मौसमी घुमंतू परिवारों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है। इस श्रेणी के बच्चों को जीवन कौशल का विकास करना है। इसके बाद भीख मांगने वाले बच्चे, अनाथ बच्चे, उग्रवाद प्रभावित बच्चे आदि का नामांकण आवासीय छात्रावास में किया जाना है।
इस अवसर पर आदित्य कुमार पियूष अनुमंडल पदाधिकारी रजौली, प्रियदर्शी सौरभ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, अंचलाधिकारी कौआकोल श्रीमती अंजली कुमारी के साथ अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे।
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