Modern campus : स्वामी विवेकानंद प्रभावशाली एवं प्रतिभाशाली व्यक्तित्व वाले महापुरुष थे : डॉ शैलेश
स्वामी विवेकानंद प्रभावशाली एवं प्रतिभाशाली व्यक्तित्व वाले महापुरुष थे : डॉ शैलेश
मॉडर्न शैक्षणिक समूह द्वारा जयंती पर स्वामी जी को किया गया श्रद्धा से याद
नवादा लाइव नेटवर्क।
गुरुवार को मॉडर्न शैक्षणिक समूह के संयुक्त तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती मनाई गई। इसमें मॉडर्न शैक्षणिक समूह द्वारा संचालित गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, इंडस्ट्रियल एरिया, पुलिस लाइन नवादा, त्रिवेणी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, कुंती नगर नवादा, मॉडर्न इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, इंडस्ट्रियल एरिया, पुलिस लाइन नवादा, मॉडर्न कॉलेज ऑफ एजुकेशन, कुंती नगर नवादा तथा एसए कॉलेज, इंडस्ट्रियल एरिया नवादा ने संयुक्त रूप से स्वामी विवेकानंद जी की जयंती हर्षोल्लास पूर्वक मनाया।
सर्वप्रथम उनके तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया। इसके बाद माल्यार्पण कर उपस्थित लोगों ने नमन किया। तदोपरांत मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव सह एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूशंस पटना (बिहार) के महासचिव डॉ. शैलेश कुमार ने स्वामी विवेकानंद के कृतित्व_व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके राष्ट्र निर्माण में योगदान पर गहन चर्चा की।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का जन्म दिवस राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि उन्होंने देश के युवाओं को राष्ट्र शक्ति बताया तथा राष्ट्र निर्माण एवं राष्ट्र विकास में योगदान के लिए सदैव तत्पर रहने के लिए आह्वान किया था। उन्होंने यह भी बताया कि स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो में हुई विश्व धर्म सम्मेलन में भारत को विश्व पटल पर एक नई पहचान दिलाई। उनके ओजपूर्ण विचार हर वर्ग, जाति और धर्म के लोगों को हमेशा प्रेरित करते रहा। निराशा से भरे जीवन को ऊर्जा से भर देने वाले उनके विचारों के चलते ही स्वामी जी के जन्मदिन को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। वे प्रभावशाली एवं प्रतिभाशाली व्यक्तित्व वाले महापुरुष थे। उनका सबसे महत्वपूर्ण एवं ओजस्वी कथन है, उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक तुम अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते।
सचिव ने कहा कि हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और सर्वदा राष्ट्र व जनहित में कार्य करना चाहिए, तभी उनकी जयंती मनाने की सार्थकता पूर्ण होगी।
गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ देवनंदन सिन्हा ने कहा कि जिंदगी का रास्ता बना बनाया नहीं मिलता है, स्वयं से बनाना पड़ता है। स्वामी जी के संदेश से हम सभी को सीख लेनी चाहिए।
त्रिवेणी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्राचार्य डॉ कुलदीप सिंह तोमर ने कहा कि किसी दिन जब आपके सामने समस्या ना आए आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं। यह विचार स्वामी विवेकानंद के हमारे जीवन का सही मार्गदर्शन करते हैं।
मॉडर्न इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के प्राचार्य मनीराम ने बताया कि "एक समय में एक काम करो" और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ। यह विचार हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, जो स्वामी जी से प्रेरित है।
मॉडर्न कॉलेज आफ एजुकेशन के विभागाध्यक्ष देवकांत जी ने स्वामी जी के विचार को याद दिलाते हुए कहा कि "जब तक जीना तब तक सीखना है"। अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ है।
इस अवसर पर सभी प्रशिक्षण महाविद्यालयों के विभागाध्यक्षगण, प्राध्यापकगण, सह प्राध्यापकगण, सहायक प्राध्यापकगण एवं प्रशिक्षु मौजूद थे।
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