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Nawada News : दुर्गा पूजा पंडालों में अग्नि सुरक्षा का रखें ख्याल, जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने जारी किया एडवाइजरी

तस्वीर गुगल के सौजन्य से

दुर्गा पूजा पंडालों में अग्नि सुरक्षा का रखें ख्याल, जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने जारी किया एडवाइजरी

नवादा लाइव नेटवर्क।


दुर्गा पूजा के मौके पर पंडालों को सुरक्षित रखने के लिए डीएम, नवादा आशुतोष कुमार वर्मा के निर्देश पर जिला अग्निशमन पदाधिकारी द्वारा अग्नि सुरक्षा हेतु ’’क्या करें, क्या न करें’’ से संबंधित एडवाइजरी जारी किया है। यह एडवाजरी पूजा समितियों के दलिए जारी किया गया है।


जानिए क्या करें : -


पंडाल निर्माता पंडाल हमेशा भारतीय मानक ब्यूरो आई. एस. 8758-1993 के अनुरूप ही बनायें। फायर रिटारडेन्ट सोल्यूशन में उपचारित किया हुआ सूती कपड़े का पंडाल बनाया जाए।


अग्नि निरोधक घोल हेतु सामग्री का अनुपात इस प्रकार रहना चाहिए :- अमोनियम सल्फेट - 04 भाग (मात्रा से), अमोनियम कार्बोनेट- 04 भाग (मात्रा से), बोरेक्स- 01 भाग (मात्रा से), बोरिक एसिड- 01 भाग (मात्रा से), एलम- 02 भाग (मात्रा से), पानी- 35 भाग (मात्रा से) होनी चाहिए।

 


पंडाल के प्रत्येक 100 वर्ग मीटर स्थान पर अग्निशामक यंत्र 09 लीटर क्षमता का अवश्य लगायें। पंडाल का निर्माण रेलवे लाईन, विद्युत सब स्टेशन, चिमनी या भट्ठे से कम-से-कम 15 मीटर की दूरी पर हो। पंडाल के चारों तरफ 4-5 मीटर खुला स्थान अवश्य रखें। पंडाल में कम-से-कम तीन द्वार रखे जाएं-एक सामने दो पार्श्व में। प्रत्येक पंडाल के लिए अलग से फ्यूज सर्किट ब्रेकर लगाये जायें। बिजली की तार को अच्छे से टेपिंग करें।


यदि संभव हो तो बिजली का तार पीवीसी पाईप से गुजारा जाए। बिजली कट जाने पर स्पार्कलेस लाईट का प्रयोग करें। पूजा करते समय अगरबती, आरती, दीया आदि सावधानी से एवं सुरक्षित स्थान पर जलाएं। अगरबत्ती/आरती होने तक विशेष रूप से एक व्यक्ति का उस पर ध्यान दें। 

 


अस्थायी रसोई घर को पंडाल से 200 मीटर की दूरी पर बनवायें। हवन कुण्ड के पास 04 (1000 लीटर) बड़े ड्रम पानी बाल्टी एवं मग के साथ अवश्य रखें। स्थानीय अग्निशमन केन्द्र का टेलीफोन नम्बर जगह-जगह अवश्य प्रदर्शित करें। रावण दहन वैसी जगह की जाय जहाँ पर पर्याप्त जगह हो। उसके लिए एक सुरक्षा घेरा बनाया जाय।


क्या न करें :-


पंडाल 03 मीटर से कम ऊंचाई का न लगाएं। पंडाल बनाने में सिन्थेटिक सामग्री से बने कपड़े या रस्सी का प्रयोग न करें। हैलोजन लाईट का प्रयोग पंडाल के अन्दर न करें। पंडाल बिजली की लाईन के नीचे किसी भी दशा में न लगायें। पंडाल परिसर में धुम्रपान न करें। पंडाल के अन्दर हवन कुण्ड का प्रयोग न करें। यदि अतिआवश्यक हो तो पंडाल से बाहर एवं खुले सुरक्षित स्थान पर किया जाए। किसी भी स्थिति में लाईट हेतु मोमबती, दीया आदि का प्रयोग न करें। किसी भी स्थिति में बिजली तार को खुला न रखें। 

 


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