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Helth News : स्तनपान से नवजात शिशुओं की मृत्यु की संभावना हो जाती है 20 प्रतिशत कम, नवादा जिले में 37 फीसद बच्चों को जन्म के पहले एक घंटे में मिलता है स्तनपान



 स्तनपान से नवजात शिशुओं की मृत्यु की संभावना हो जाती है 20 प्रतिशत कम, नवादा जिले में 37 फीसद बच्चों को जन्म के पहले एक घंटे में मिलता है स्तनपान

नवादा लाइव नेटवर्क।  

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 की रिपोर्ट के मुताबिक 37 फीसदी बच्चों को ही जन्म के पहले एक घंटे में स्तनपान मिल पाता हैवहीं 60.5 फीसदी बच्चों को ही छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराया जाता है।  ऐसे में स्तनपान को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है, ताकि जन्म लेने वाले सौ फीसदी शुशुओं को जन्म के एक घंटे में स्तनपान मिल सके तथा उन्हें छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराया जा सके।  स्तनपान शिशु को डायरिया, निमोनिया, अस्थमा व सांसों की गंभीर रोगों से बचाव करता है और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। 

 जन्म के पहले घंटे में स्तनपान शुरू करने वाले नवजात शिशुओं में मृत्यु की संभावना लगभग 20 प्रतिशत तक कम हो जाती है।  इसके साथ ही पहले छह महीने तक केवल स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया एवं निमोनिया जैसी संक्रमण से होने वाली मृत्यु की संभावना 11 से 15 गुना तक कम हो जाती है।  

कई गंभीर रोगों से होती है सुरक्षा 

शिशु के स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए आमजन को इसके प्रति जागरूक करने का काम स्वास्थ्य विभाग कर रहा है।  इसे लेकर जिले में एक अगस्त से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया गय।  इस वर्ष विश्व स्तनपान सप्ताह का थीम स्टेप अप फॉर ब्रेस्टफीडिंग एजुकेट एंड सपोर्ट है।  आश व आंगनबाड़ी के माध्यम से आमजन को स्तनपान के महत्व पर जागरूक किया गया है।  

 


  एक घंटे के भीतर सुनिश्चित हो स्तनपान

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार शिशु के जन्म के एक घंटे के भीतर उसका स्तनपान सुनिश्चित किया जाना जरूरी है।  इसके साथ ही शिशु को छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराना महत्वपूर्ण है।  वहीं शिशु के छह माह होने पर उसका अनुपूरक आहार प्रारंभ करने के साथ दो साल तक स्तनपान कराया जाना चाहिए।  शिशुओं में डायरिया तथा निमोनिया से बचाव के लिए स्तनपान महत्वपूर्ण है। स्तनपान से शिशु का संपूर्ण शारीरिक तथा मानसिक विकास होता है और दूसरे संक्रामक रोगों से बचाव होता है।  

शिशु को अस्थमा और मोटापा से रखता है सुरक्षित

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक स्तनपान शिशुओं को अस्थमा, मोटापा, टाइप वन डायबिटीज, सांसों की गंभीर समस्याओं, सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम, डायरिया व उल्टी, कानों के संक्रमण आदि से सुरक्षित रखता है।  स्तनपान माता को भी स्तन कैंसर जैसे रोगों से सुरक्षित रखता है।  इसके अलावा उन्हें टाइप टू डायबिटीज, ओवेरियन कैंसर आदि होने की संभावना कम होती है।

 







   



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