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Nawada News : पिछड़े गांवों में विकास को अभियान चलाएंगे विधायक, रजौली के जंगली क्षेत्रों के गांवों में काम रोजगार का संकट, घर_मकान,सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा भी मयस्सर नहीं



पिछड़े गांवों में विकास को अभियान चलाएंगे विधायक, रजौली के जंगली क्षेत्रों के गांवों में काम रोजगार का संकट, घर_मकान,सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा भी मयस्सर नहीं

नवादा लाइव नेटवर्क।

नवादा जिले के रजौली प्रखंड के जंगली_पहाड़ी इलाके के पिछड़े गांवों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। इसके लिए नवादा विधायक विभा देवी एवं रजौली विधायक प्रकाशवीर ने गुरुवार 6 अक्टूबर संबंधित गांवों का दौरा किया और वहां के लोगों की समस्याओं को जाना।

हरदिया पंचायत की फुलवरिया डैम के आस पास के दर्जन भर गांवों का दौरा कर वहां के लोगों से व्यक्तिगत मुलाकात कर समस्याएं जानने की कोशिश की गई।
इसी क्रम में पूर्व राज्य मंत्री राजबल्लभ प्रसाद द्वारा जेल से मिले पारिश्रमिक की राशि से बच्चों के बीच मिठाइयाँ भी बांटी गई।

 जिले के अतिपिछड़े और विकास से वंचित  सिंगर, मरमो, सुअरलेटी, भानेखाप, खिड़कियातरी, जोड़ासीमर, कुंभियातरी आदि गांवों का दौरा करते हुए विधायक विभा देवी ने बताया कि यहां अभी तक सरकार की विकास योजनाएं नहीं पहुंची है। यह इलाका फुलवरिया डैम निर्माण के समय विस्थापित लोगों का है जिनके पास आज भी जीवन यापन के लिए कोई साधन मौजूद नहीं है। यहां के 90 प्रतिशत लोग ढिबरा (अभ्रक) चुनकर गुजारा करते हैं । इन गाँवों में सरकारी आवासीय योजना का लाभ बहुत ही कम लोगों को मिल पाया है।
 

बच्चों के लिए स्कुल की सुविधा 10 किलोमीटर के दायरे में मात्र एक प्राथमिक विद्यालय और एक आंगनबाड़ी केंद्र देखा गया जिसके कारण यहां के बच्चे अनपढ़ ही रह जाते है।
बिजली के संदर्भ में ग्रामीणों ने बताया कि यहां बिजली झारखण्ड सरकार से आती थी किन्तु अब इसमें बिजली नहीं दी जाती है। विधायक ने रजौली प्रखण्ड के बीडीओ एवं हरदिया पंचायत के मुखिया को भी बुलाकर क्षेत्र का भ्रमण कराया और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का निर्देश दिया।
रजौली विधायक ने बताया कि यहां के लोगों की मूल समस्या रोजगार की है। अगर इन्हें रोजगार से जोड़ दिया जाय तो क्षेत्र में विकास की गति तेज हो सकती है।
विधायक विभा देवी ने घोषणा की कि इन क्षेत्रों में विधायक, प्रशासन , राज्य व केंद्र सरकार के स्तर से संचालित योजनाओं को जमीन पर उतारा जाएगा।
इसके अलावा श्री राज कृष्णा एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के माध्यम से भी यहां के लोगों को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ा जायगा। खास कर गोपालन , बकरी पालन, मुर्गी पालन जैसे व्यवसाय से जोड़कर इन्हें स्वाबलंबी बनाया जायगा। उन्होंने ट्रस्ट के अधिकारीयों को निर्देश दिया कि तत्काल यहां के बच्चों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराया जाय और एक प्रकार से इन गांवों को गोद लेकर मूलभूत सुविधाएं बहाल की जाय। 
ट्रस्ट के अधिकारियों ने बताया कि 7 अक्टूबर से ही यहां पाठ्यसामग्री का वितरण शुरू कर दिया जायगा। इसके अलावे पेयजल, संपर्क पथ, आवास योजना, पेंशन योजना आदि का लाभ भी दिलाने की कोशिश ट्रस्ट के माध्यम से की जायगी ।

रिपोर्ट :- शम्भु विश्वकर्मा

 






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