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Court News : बैंकों ने 1371 ऋणधारकों से वसूले 02. 36 करोड़ रुपए, राष्ट्रीय लोक अदालत में 1755 मामलों का निपटारा

 


बैंकों ने 1371 ऋणधारकों से वसूले 02. 36 करोड़ रुपए, राष्ट्रीय लोक अदालत में 1755 मामलों का निपटारा

नवादा लाइव नेटवर्क। 

 व्यवहार न्यायालय नवादा परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 1755 मामलों को आपसी सुलह के आधार पर निपटारा किया गया। समझौता व जुर्माना राशि के रूप में 02 करोड़ 36 लाख 35 हजार 912 रूपये की वसूली की गई। 

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ने 645 ऋणियों के साथ समझौता करते हुए 01 करोड़ 25 लाख रूपये वसूले। पंजाब नेशनल बैंक ने 625 के साथ समझौता करते हुए 74 लाख 5 हजार 6 सौ 26 रूपये वसूल किया। जबकि भारतीय स्टेट बैंक ने 43 ऋणधारी के साथ समझौता करते हुए 29 लाख 48 हजार 830 रूपये वसूले। यूनियन बैंक ने 25 लोगों के साथ समझौता करते हुए 2 लाख 97 हजार रूपये वसूले। बैंक ऑफ इंडिया ने 15 के साथ समझौता करते हुए 2 लाख 53 हजार 9 सौ रूप्ये, बैंक ऑफ बड़ौदा ने 10 ऋणधारी के साथ समढौता करते हुए 01 लाख 12 हजार 414 रूपये, यूको बैंक ने 3 ऋणधारी के साथ समझौता करते हुए 95 हजार 400 रूपये वसूले। 


भारत संचार निगम लिमिटेड ने 3 बकायेदारों से 9 हजार 156 रूपये वसूले। अदालत से लम्बित 371 मामलों का भी निपटारा आपसी समझौता के आधार पर किया गया। जबकि प्रीलिटिगेशन के 1384 मामलों का निपटारा किया गया। वाहन दुर्घटना दावा वाद के 13 मामलों को आपसी समझौता के आधार पर निपटाया गया। वहीं श्रम अधिनियम से सम्बंधित 03, मापतौल अधिनियम के तहत 28 मामलों को समझौता के आधार पर निपटाते हुए 84 हजार रूपये वसूले गये। परिवारिक वाद से जुडे़ं एक मामले को भी समझौता के आधार पर निपटाया गया। 10 लोगों का विद्युत विपत्र का भी सुधार किया गया।        

जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश नारायण सेवक पांडेय स्वयं भी एक बेंच में उपस्थित रह कर मामलों को निपटारा किया।लोक अदालत में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा, देशमुख, अमित पांडेय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सरोज कृति, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार अविनाश, चंदन कुमार, विवेक विशाल, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी दीपक कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी दीवाकर कुमार, अनुभव रंजन, हिमांशु भार्गव, रत्नेश कुमार दिवेदी, अमृतांशा, निहारिका सिंह, रोहित अमृतांशू एवं खुशबू आनंद मौजौद थे। 


वहीं पैनल अधिवक्ता रामानुज शर्मा, रवीन्द्र कुमार, अरूण कुमार वर्मा, मदन मोहन प्रसाद सिंह, मो साजिद, अयुब खान, अनिल प्रसाद सिंह, नीभा कुमारी, रमाषीष प्रसाद, विजय कुमार सिन्हा, विपिन कुमार कौषिक, अनिल कुमार, प्रमोद कुमार, राकेश रौषन, सोनु सिन्हा, आशा कुमारी, रामानुग्रह प्रसाद एवं भारत भूषण सिन्हा को भी पक्षकारों को समझाने एवं मुकदमा के निपटारा किये जाने में भूमिका निभाई।

पति-पत्नी के बीच हुआ समझौता

 लोक अदालत में पति ने अपने मतभेदों को मिटाया तथा अदालत में लंबित मामले को सुललह के आधार पर समाप्त किया। नगर के बड़ी दरगाह मुहल्लावासी फरजाना परवीन ने अपने पति क्यूम आलम पर भरण-पोषण का वाद दायर किया था। पति-पत्नी ने आपसी मतभेद को भुलाते हुए एक साथ रहने को तेयार हुए और अदालत में लम्बित मामला को निपटारा किया।

समझौता के बाद मिली राहत

लोक अदालत के द्वारा ऋणमुक्त होने पर ऋणी नगर थाना क्षेत्र के हरला निवासी संजय कुमार ने कहा कि यूनियन बैंक से केसीसी ऋण लिया था। लोक अदालत में समझौता कर शांति मिली है। वहीं भारतीय स्टेट बैंक से शिक्षा हेतु ऋण प्राप्त करने वाले महेश कुमार एवं प्रणव कुमार ने कहा कि लोक अदालत के कारण ही उन्हें ऋण अदायगी में राहत मिली है। 

21 साल पुराने मामले में समझौता 

न्यायिक दंडाधिकारी सुश्री अमृतंशा की अदालत में 21 साल पुराने मामलों को आपसी सुलह के आधार पर निपटाया गया। इस सम्बंध में मुफस्सिल थाना कांड के सूचक झिकटौरा गॉव निवासी आनंदी यादव ने बतया कि आपसी झंझट को लेकर थाना में कांड दर्ज करा दिया था। 21 वर्षों तक अदालत आता-जाता रहा। किन्तु लोक अदालत के सिद्धांत से सहमत होते हुए समझौता के आधार पर मामला को निपटा लिया। आज दोनों पक्षों के बीच पुनः मधुर सम्बंध हो गये तथा सुकन मिला। 


जिला जज ने दिया सबों को धन्यवाद

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश नारायण सेवक पांडेय ने राष्ट्रीय लोक अदालत की सफल्ता पर जिला प्रशासन, न्यायिक पदाधिकारी व अधिवक्ताओं को धन्यवाद दिया। उन्होने कहा कि लोक अदालत से छोटे-छोटे मामलों को आपसी समझौता के आधार पर निपटारा होने से पक्षकार को आर्थिक व मानसिक शांति मिलतीे है तथा समय का सदुपयोग होता है। जो एक अच्छे समाज का सूचक है। अदालत के संचालन के दौरान प्राधिकार के अध्यक्ष के साथ-साथ प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय राधेश्याम शुक्ला, सचिव प्रवीण कुमार सिंह व पुलिस कप्तान डा गौरव मंगला ने भ्रमण कर अदालत संचालन का मुआयना किया तथा जिला जज के द्वारा आवश्यक निर्देएसएच भी दिये गये। 

सुरक्षा का रहा पुख्ता इंतजाम

लोक अदालत के दौरान सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहा। पीएलभी चन्द्रमैली शर्मा लाउडस्पीकर के द्वारा लोगों को जानकारी देते देखे गये।





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