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Health News : हिसुआ, नरहट के सीएचसी प्रभारी से स्पष्टीकरण, कौआकोल प्रभारी का वेतन बंद

 


हिसुआ, नरहट के सीएचसी प्रभारी से स्पष्टीकरण, कौआकोल प्रभारी का वेतन बंद 


स्वास्थ्य की समीक्षा बैठक में लापरवाह अफसरों पर डीएम की गाज


नवादा लाइव नेटवर्क।


डीएम नवादा आशुतोष कुमार वर्मा ने सोमवार को समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के सफल आयोजन को ले जिला स्तरीय उन्मुखीकरण एवं स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक में की गई। डीएम ने उपस्थित चिकित्सकों को बेहतर ढंग से विभाग की योजनाओं को सुसंचालित करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। 11-31 जुलाई 2024 तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा चलाया जाना है।


एएनसी जांच के समीक्षा के क्रम में पाया गया कि गर्भवती महिलाओं का नवादा सदर में 116.18 प्रतिशत एएनसी जांच की गई, जबकि अकबरपुर का सबसे कम 76.10 प्रतिशत रहा। । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी और प्रबंधक को एएनसी जांच करने में तेजी लाने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच करना सुनिश्चित करें। 

 


जिला स्तर पर एएनसी की जांच 94.72 प्रतिशत है। अकबरपुर एमओआईसी को एएनसी जांच में सुधार लाने का जिलाधिकारी ने निर्देश दिया। एएनसी रजिस्ट्रेशन में हिसुआ 33.70 प्रतिशत काफी कम रहने के कारण एमओआईसी को स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया। जिले में सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव 33.31 प्रतिशत किया गया है, जबकि मार्च महीने में 34.10 प्रतिशत था।


नवजात बच्चों का सेक्स रेश्यो की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिला स्तर पर 838 है जो मार्च महीने में 822 था। सेक्स रेश्यो में सर्वाधिक पकरीबरावां प्रखंड का 1094 प्रतिशत पाया गया, जबकि सबसे न्यूनतम कौआकोल का 703 प्रतिशत है। जिलाधिकारी द्वारा नरहट एमओआईसी पर सेक्स रेशियो की जानकारी नहीं रहने के कारण स्पष्टीकरण की मांग की। कौआकोल एमओआईसी के बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण डीएम ने स्पष्टीकरण की मांग करते हुए वेतन बंद करने का निर्देश दिया।

 


जन्म के समय वजन किए गए नवजात शिशुओं की संख्या जिला स्तर पर 99.70 प्रतिशत है जो सही है। ढ़ाई किलोग्राम से कम वजन वाले नवजात शिशुओं की संख्या जिला स्तर पर 5.75 प्रतिशत है। रजौली का सबसे अधिक 16.30 प्रतिशत जबकि मेसकौर का शून्य है।


बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। बीसीजी में सरकारी संस्थाओं में 63.10 प्रतिषत टीकाकरण किया गया है, जिसमें सर्वाधिक गोविंदपुर प्रखंड का 93.27 प्रतिषत है और सबसे न्यूनतम अकबरपुर प्रखंड का 34.51 प्रतिषत है। 09 से 11 महीने के बच्चों में 73.36 प्रतिषत टीकाकरण किया गया है जिसमें सर्वाधिक वारिसलीगंज 96.05 प्रतिषत और सबसे न्यूनतम रोह प्रखंड में 53.12 प्रतिषत किया गया है। ओपीडी में उपस्थिति अन्तर्गत रोह 44 प्रतिशत, पकरीबरावां 49 प्रतिशत, सिरदला 36 प्रतिशत, गोविंदपुर 34 प्रतिशत कम रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने ओपीडी उपस्थिति में सुधार लाने का निर्देश दिए।

 


डीएम ने कहा कि स्वास्थ्य अन्तर्गत बेहतर कार्य करने पर सम्मानित किया जायेगा और बेहतर कार्य नहीं करने पर कार्रवाई तय है। उन्होंने सभी एमओआईसी को कार्यशैली में अपेक्षित सुधार लाने का निर्देश दिया। लापरवाही बरतने पर कार्रवाई होगी। उन्होंने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रतिनियुक्त प्रभारी को ससमय अपने-अपने केंद्रों में उपस्थित होकर चिकित्सा व्यवस्था उत्कृष्ट करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ वांछित व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए कई निर्देश दिया गया।

बैठक में डॉ. एसकेपी चक्रवर्ती, एडीएम चन्द्रशेखर आजाद, नोडल पदाधिकारी स्वास्थ्य विभाग शशांक राज, डीपीएम स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सभी प्रखंड के एमओआईसी, हेल्थ प्रबंधक आदि उपस्थित थे।  

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