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Shravani Mela 2024 : कांवरिया पथ पर बेगूसराय धर्मशाला में 15 जुलाई से ही श्रद्धालुओं को मिलने लगेगी सेवा, 22 से शुरू हो रहा श्रावणी मेल

  


कांवरिया पथ पर बेगूसराय धर्मशाला में 15 जुलाई से ही श्रद्धालुओं को मिलने लगेगी सेवा, 22 से शुरू हो रहा श्रावणी मेल


29 दिनों के सावन में 5 सोमवारी, सोमवार से शुरू होगा सावन और सोमवार को ही समाप्त होगा सावन  


नवादा लाइव नेटवर्क।


विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला इस बार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन में देश का सबसे लंबा मेला बिहार के सुल्तानंगज से लेकर झारखंड के देवघर तक लगता है। करीब 105 किलोमीटर का यह मेला क्षेत्र देश-विदेश में सुर्खियां बटोरता है। सुल्तानंगत के उत्तर वाहनी गंगा का पवित्र जल भरकर बाबा भोले के भक्त कांवर लिए पैदल देवघर तक पहुंचते हैं और जलाभिषेक करते हैं। 


इस वर्ष सावन का पहला दिन ही सोमवार को शुरू हो रहा है। यानि पहली तिथि को ही पहली सोमवारी होगी। इस वर्ष सावन मास में कुल 5 सोमवारी है। जो श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है।


सुल्तानंगज से लेकर देवघर तक मेला की तैयारियां हो रही है। रास्ते में पड़ने वाले तमाम धर्मशाला को श्रद्धालुओं के लिए तैयार किया जा रहा है। इस रास्ते में वैसे तो कई सरकारी निजी धर्मशाला है, लेकिन घुटिया-सुईया इलाके में स्थित बेगूसराय धर्मशाला बहुत कम समय में कांवरियों के बीच अपनी जगह बना ली है। इसके खास वजह ये कि यहां सालोभर कावंरियों को सभी प्रकार की सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध हो जाती है।


इस वर्ष भी कांवरियों के लिए धर्मशाला को तैयार किया जा रहा है। प्रबंधन से जुड़े कुंदन कुमार ने बताया कि इस वर्ष सावन की पहली तिथि को ही सोमवारी है। ऐसे में कांवर यात्रियों का सुल्तानगंज से देवघर जाने का सिलसिला कुछ दिनों पूर्व से ही शुरू हो जाएगा। इस कारण इस वर्ष 15 जुलाई से ही बेगूसराय धर्मशाला में श्रावणी मेला का विशेष शिविर आरंभ कर दिया जाएगा।


बेगूसराय धर्मशाला प्रबंधन द्वारा बताया गया है कि लोग श्रावणी मेला का शिविर सफलता पूर्वक संचालन के लिए लोग अपेक्षित सहयोग कर सकते हैं। सहयोग में खाद्य सामग्री भी स्वीकार किया जाएगा। बेगूसराय के धर्मप्रेमियों से यह अपील विशेष तौर पर की गई है।

इस वर्ष सावन के कुल 29 दिन होंगे। इस दौरान 5 सोमवारी आएगी। दुर्लभ संयोग है कि सावन की शुरूआत 22 जुलाई सोमवार से हो रहा है और समापन 19 अगस्त को सोमवार के दिन ही होगा। अर्थात अंतिम सोमवारी के दिन पूर्णिमा और रक्षा बंधन का त्यौहार भी होगा।

 



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