Crime News : 50 हजार रुपए का इनामी नक्सली कमांडर उमेश रविदास गिरफ्तार, 10 वर्षों से चल रहा था फरार
50 हजार रुपए का इनामी नक्सली कमांडर उमेश रविदास गिरफ्तार, 10 वर्षों से चल रहा था फरार
सदर अस्पताल नवादा के पास से हुई गिरफ्तारी, 2009 कौआकोल के महुलिया टाड़ में थानाध्यक्ष सहित 11 पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में भी पूछता
नवादा लाइव नेटवर्क।
नवादा पुलिस ने 10 वर्षों से फरार चल रहे नक्सली कमांडर उमेश रविदास को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इसपर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। गिरफ्तार नक्सली कमांडर उमेश रविदास कौआकोल थाना क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी पूना रविदास का पुत्र है।
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एसपी अभिनव धीमान ने गुरुवार पुलिस कार्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि पुख्ता सूचना पर सदर अस्पताल नवादा के पास से इसे गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी 2015 को कौआकोल थाना क्षेत्र के सोखोदेरा में लगभग 150 से 200 नक्सलियों ने अत्याधुनिक हथियार से लैस होकर दो ट्रैक्टर को जला दिया था। उसके बाद नक्सलियों ने स्थानीय लोगों से बाइक छीन लिया था। नक्सलियों के द्वारा बस्तर में सरकार द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान का विरोध करते हुए बंद का ऐलान किया था।
बंद के तहत कौआकोल बाजार को भी बंद कराया गया था। स्थानीय लोगों के साथ भी मारपीट किया गया था। एसपी ने कहा कि बंद का नेतृत्व करने वालों में अन्य कमांडर के साथ उमेश रविदास भी शामिल था। पुलिस द्वारा घटना की प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया था। प्राथमिकी में नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। उमेश रविदास घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। पुलिस लगातार इसे तलाश रही थी। ले रही थी। 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।
चिराग दा और सिद्धू कोड़ा का सहयोगी था उमेश
29 जनवरी को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि उमेश रविदास किसी काम से नवादा आया हुआ है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक नवादा के निर्देशानुसार एसडीपीओ पकरीबरावां एवं कौआकोल थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस बलों ने घेराबंदी कर उक्त आरोपित को नगर थाना क्षेत्र के सदर अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया। जिसके बाद थाना परिसर लाया गया एवं उससे सघन पूछताछ की गई।
पुलिस की पूछताछ में उसने 10 वर्ष पूर्व उक्त घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया। एसपी ने बताया कि 6 नामजदों में से 2 की मृत्यु हो चुकी है। 3 को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इस कांड में सिर्फ एक उमेश रविदास ही फरार चल रहा था।
पुलिस उमेश को चिराग दा और सिद्धू कोड़ा का सहयोगी बता रही है। नवादा-जमुई के आसपास इलाके के एरिया कमांडर के रूप में काम करता था। 2009 में कौआकोल थाना क्षेत्र के जंगल महुलिया टांड़ में रैदास जयंती के दिन थानाध्यक्ष एवं अन्य 11 पुलिस कर्मियों की हत्या कर उनके हथियार भी छीन लिया गया था। इस घटना से भी उमेश रविदास के तार जोड़कर पुलिस देख रही है। साक्ष्य इकट्ठा करने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस आसपास के जिले के थानों से भी संपर्क कर रही है। ताकि किसी कांड में अगर आरोपित है तो कार्रवाई की जा सके।
वर्तमान में उमेश रविदास नक्सली अपराध को छोड़कर कोलकाता शहर के पुलिस स्टेशन समीप चावल की खरीद-बिक्री का कारोबार कर अपना जीवन यापन कर रहा था।फिलहाल, नवादा पुलिस उमेश की गिरफ्तारी को बड़ी उपलब्धि मन रही है।
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