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Nawada News : भूमिहार-ब्राह्मणों का राजधानी पटना में 8 मई को जमघट, तय होगा भविष्य की दशा-दिशा

 भूमिहार-ब्राह्मणों का राजधानी पटना में 8 मई को जमघट, तय होगा भविष्य की दशा-दिशा

पूर्व मंत्री अजीत कुमार व सुधीर शर्मा संवाद यात्रा पर पहुंचे नवादा, कार्यकर्ताओं से हुए मुखातिब


नवादा लाइव नेटवर्क।

भूमिहार-ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट की संवाद यात्रा बुधवार को नवादा पहुंचा। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व फ्रंट के कार्याकारी अध्यक्ष अजीत कुमार, दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने नवादा परिसदन में कार्यकर्ताओं से संवाद कायम किया और मीडिया से भी रूबरू हुए। पूर्व मंत्री श्रीकुमार ने कहा कि 8 मई को राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में प्रतिनिधियों का सम्मेलन आयोजित है। सभी 38 जिले के समातज के प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे। सम्मेलन में समाज की सामाजिक-राजनीतिक स्थितियों, कठिनाईयोंख, परेशानियों पर चर्चा होगी। आयोजन सामूहिक नेतृत्व में होगा। समाज के लोग ही वक्ता और मुख्यअतिथि होंगे। कोई बाहरी भागीदारी नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि आज अपना समाज राजनीतिक उपेक्षा का शिकार है। जहां हैं वहां सम्मान नहीं मिल रहा है। बात सीधी होगी। जो सम्मान व भागीदारी देगा उसके साथ होंगे। ना काहू से दोस्ती, ना काहू....। हम न मजबूर हैं न कमजोर हैं। पुरखों  की विरासत को आगे  बढ़ाने का बीड़ा हमलोगों ने उठाया है। पूरे  बिहार का भ्रमण कर रहे हैं। 8 मई को प्रतिनिधि सम्मेलन में सबकुछ साफ होगा। नवादा की चर्चा करते हुए कहा कि यहां के लोग राजनीतिक रूप से काफी जागरूक रहे हैं। 

बिहार भाजपा के महामंत्री रह चुके फ्रंट के कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने फ्रंट के गठन की जरूरत पर विस्तार से बात को साझा किया। कहा कि हमें फिर से साबित करना है कि हम बिहार की राजनीत के धुरी थे, हैं और आगे भी रहेंगे। हम अब न तो किसी के लिए अछूत रहेंगे और न ही किसी के लिए मजबूरी। 15 साल तक सीटों का वलिदान किया। हमसे लगातार चालबाजी की जाती रही। सिर्फ सांकेतिक भागीदारी मिली। समाज जाग चुका है। फ्रंट का डेढ़ साल से अभियान बिहार में चल रहा है। इसका परिणाम दिखने लगा है।


 विधान परिषद की 24 सीटों का परिणाम और बोचहा का उप चुनाव ने काफी कुछ साफ कर दिया है। हम अब मजबूर नहीं हैं। जो सम्मान व भागीदारी देगा हमें उसके साथ जाने में गुरेज नहीं है। कहा कि एमएलसी चुनाव में नवादा-गया जैसी सीटें उदाहरण है, जहां हमारे समाज के लोगों ने राजद व राजद के बागी प्रत्याशियों को वोट किया। बोचहा में 2015 में निर्दलीय 22 हजार वोट से जीतने वाली बेबी कुमारी भाजपा के टिकट पर 36हजार वोट से चुनाव हार जाती हैं।

समय करवट ले रहा है। बिहार की तस्वीर व तकदीर बदलेगी। धूर्त व चालबाज लोग हासिए पर जाएंगे। मौके फ्रंट के  महासचिव धर्मवीर शुक्ला, संयुक्त सचिव प्रमोद कुमार चुन्नु, जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह, अनिल कुमार, संजीव कुमार, जयराम शर्मा, राम पदारथ सिंह आदि मौजूद थे।

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