Nawada News : ज्यूरी पंचायत के आवास सहायक ने कहा, एक पंचायत में पांच मुखिया को डील करना हो रहा मुश्किल
ज्यूरी पंचायत के आवास सहायक ने कहा, एक पंचायत में पांच मुखिया को डील करना हो रहा मुश्किल
नवादा लाइव नेटवर्क।
मुखिया प्रतिनिधि के साथ पीएम आवास में कमीशनखोरी को लेकर विवादों में घिरे नवादा जिले के ज्यूरी पंचायत के आवास सहायक का दिलचस्प बयान सामने आया है।
आवास सहायक कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि एक मुखिया रहे तब न, पांच मुखिया को डील करना मुश्किल हो रहा है। कहा कि मुखिया चंपा देवी हैं, उनके अलावा उनके पति, देवर और बेटे भी बतौर मुखिया ही पेश आते हैं। उनलोगों के बीच भी समन्वय नहीं है। पीएम आवास में उस पंचायत के किसी और गांव में कोई शिकायत नहीं है, सिर्फ मड़वा गांव से शिकायतें सभी जगह पहुंचाई जा रही है। मुखिया और उनके प्रतिनिधियों के भय से 2 माह से पंचायत नहीं गया। लेकिन, दूसरी क़िस्त लाभुकों को देनी है, इसलिए निर्माण की प्रगति का जायजा लेने गया था। आवास सहायक यहीं नहीं रुके, आगे कहा कि मंगलवार को अचानक से मेरा कॉलर पकड़ लिया गया। गांव की महिलाओं ने बचाया। उन्होंने कहा कि मैंने घटना का वीडियो भी बनाया। हालांकि, वे वीडियो उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।
बता दें कि मंगलवार को आवास सहायक ने मड़वा गांव में पहुंचने पर मुखिया के बेटे पर अभद्रता और पिटाई का आरोप लगाया था। पुलिस को गांव पहुंचना पड़ा था। दोनों ओर से थाने में शिकायत दी गई थी।
पूरा घटनाक्रम पीएम आवास में कमीशनखोरी और उसमें हिस्सेदारी का बताया जा रहा है। दूध के धुले तो कोई हक़ीन नहीं। आवास सहायक कहते हैं कि मुखिया के प्रतिनिधि अपने अनुसार काम करने को कहते हैं, मैं ठहरा सरकारी मुलाजिम, भला मुखिया और उनके प्रतिनिधि के कहने पर कैसे चलें। सही लाभुक को आवास का आवंटन किया जा रहा है।
बहरहाल, दोनों पक्षों को जानने वाले बताते हैं कि विवाद के पीछे का सच कमीशन में हिस्सेदारी ही है। मुखिया के लोग अपना सिक्का चलाना चाहते हैं और आवास सहायक अपना। इसमें कुछ वार्ड सदस्यों की बड़ी भूमिका दोनों पक्षों में बीच तनाव बढ़ाने में बताई जा रही है। अब मसले की निष्पक्ष जांच से ही सच्चाई सामने आ सकती है। अधिकारी इस मामले पर पर्देदारी करना ही बेहतर समझ रहे हैं। बात जितनी दूर तक जाएगी परेशानी सभी की बढ़ेगी।
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