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Modern campus : गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में बीएड प्रशिक्षुओं की आंतरिक परीक्षा प्रारंभ, सचिव डॉ शैलेश ने पूरे मनोयोग से परीक्षा देने की अपील की


गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में बीएड प्रशिक्षुओं की आंतरिक परीक्षा प्रारंभ, सचिव डॉ शैलेश ने पूरे मनोयोग से परीक्षा देने की अपील की

नवादा लाइव नेटवर्क। 

शुक्रवार 4 नवंबर को गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज नवादा बीएड प्रथम वर्ष सत्र 2021_23 के प्रशिक्षुओं की आंतरिक परीक्षा का शुभारंभ हुआ। जिसमें कुल 7 प्रश्न की परीक्षा देनी है।

 परीक्षा मगध विश्वविद्यालय बोधगया के मानक अनुरूप ली जा रही है। 

 परीक्षा दिनांक 24 नवंबर 2022 तक चलेगी। इस परीक्षा में 200 परीक्षार्थियों में से 69 छात्रा अध्यापिका और 131 छात्र अध्यापक शामिल हुए हैं।

 परीक्षा के पूर्व मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव सह महासचिव एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूशंस, पटना (बिहार) डॉ शैलेश कुमार ने परीक्षार्थियों को परीक्षा का महत्व बताया। कहा कि परीक्षा दो प्रकार की होती है। पहली परीक्षा मौखिक तथा दूसरी परीक्षा लिखित। मौखिक परीक्षा एक गौड़ परीक्षा होती है, जिसमें परीक्षार्थी का सही से मूल्यांकन नहीं हो पाता। सही जांच के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन होना आवश्यक होता है। इससे परीक्षार्थी का सही मूल्यांकन किया जाता है। 


आम तौर पर देखा जाता है कि परीक्षा देने से परीक्षार्थी भयभीत हो जाते हैं। परंतु सच ये है कि परीक्षा देने से विषय वस्तु की अच्छी तैयारी हो जाती है। छात्रों में परीक्षा से संबंधित विषयों को पढ़ने की आदत बन जाती है और जानकारी भी हो जाती है। यह परीक्षा देने से कभी डरना नहीं चाहिए। हौसला बनाकर पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देना चाहिए। जो पढ़ना नहीं चाहते हैं या पढ़ने में कमजोर होते हैं वे भी पढ़कर परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी कर लेते हैं और अच्छे ज्ञानवन हो जाते हैं। जैसा कि कहा गया है "करत करत अभ्यास ते, जड़मति होत सुजान, रसरी आवत जात ते, सिल पर परत निशान" 

इसका उदाहरण देते हुए परीक्षा में उपस्थित सभी परीक्षार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्होंने आशीर्वाद दिया और बेहतर परिणाम की कामना की।


 इस अवसर पर गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेंनिंग कॉलेज नवादा के एमएड विभागाध्यक्ष डॉ सनत कुमार दुबे एवं विभागाध्यक्ष (डीएलएड) वीरेंद्र कुमार सोनकर, डॉ रीता नंदन चौधरी, सहायक प्राध्यापक श्रीमती मुन्नी कुमारी, व्याख्याता कुमार अजीत उपस्थित रहे।

 उपस्थित परीक्षार्थियों में सुमन कुमारी, अंजू कुमारी, विभा कुमारी प्रियंका कुमारी, अमरेश कुमार नवनीत प्रसाद, निलेश कुमार, राजेश कुमार ने भी अपने-अपने विचार को रखा। धन्यवाद ज्ञापन के पश्चात कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की गई।










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