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Modern Campus : ऐतिहासिक स्थलों के परिभ्रमण पर निकले मॉडर्न स्कूल के 12वीं कक्षा के विद्यार्थी, राजगीर एवं नालंदा के पुरातात्विक स्थलों का किया दर्शन



ऐतिहासिक स्थलों के परिभ्रमण पर निकले मॉडर्न स्कूल के 12वीं कक्षा के विद्यार्थी, राजगीर एवं नालंदा के पुरातात्विक स्थलों का किया दर्शन

विद्यालय के निदेशक ने बच्चों को शिक्षकों के संरक्षण में हरी झंडी दिखाकर सुरक्षित वाहन से किया रवाना

नवादा लाइव नेटवर्क।

    मॉडर्न इंग्लिश स्कूल, कुंतीनगर, नवादा के द्वारा विद्यालय के बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष विद्यालय की ओर से वर्षांत एवं नववर्ष के अवसर पर शैक्षणिक परिभ्रमण पर ले जाने की परंपरा रही है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र- 2022-23 के 150 छात्र-छात्राओं को विद्यालय-प्रबंधन ने अपने खर्च पर राजगीर एवं नालंदा के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थलों के साथ-साथ प्राकृतिक एवं मनोरंजक स्थलों की यात्रा के लिए रवाना किया। 

यह यात्रा दो अलग-अलग समूह छात्र एवं छात्रा समूह में भेजा गया। उनके साथ देखभाल एवं दिशानिर्देशन हेतु छात्राओं के साथ विद्यालय के वरिष्ठ विज्ञान-शिक्षक डॉ. धर्मवीर सिन्हा के साथ मुख्य परिचारिका किरण देवी सम्मिलित रहीं तथा छात्रों को वरिष्ठ विज्ञान-शिक्षक ईं. गोपाल कृष्ण के संरक्षण में भेजा गया। 

विद्यालय के निदेशक डॉ. अनुज कुमार एवं प्राचार्य गोपालचरण दास ने हरी झंडी दिखाकर विद्यार्थियों को प्रातः 9 बजे विद्यालय की सुरक्षित बसों में परिभ्रमण के लिए विदा किया। रास्ते में जगह-जगह पर उनके लिए नाश्ते और भोजन का भी बंदोबस्त किया गया था। 


       परिभ्रमण हेतु छात्र-छात्राओं को हरी झंडी दिखाकर सुरक्षित वाहन में विदा करते हुए मॉडर्न शैक्षणिक समूह के निदेशक डॉ. अनुज कुमार ने बच्चों को शैक्षणिक परिभ्रमण के साथ-साथ राजगीर एवं नालंदा के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व को बताते हुए कहा कि "शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियों को संबंधित स्थलों के ऐतिहासिक व भौगोलिक महत्ता से अवगत होने का अवसर प्राप्त होता है, साथ ही साथ अपने ज्ञान को भी समृद्ध करने का मौका मिलता है।

 मगध की ऐतिहासिक पुण्यभूमि राजगीर एवं नालंदा अपने भीतर भारत का गौरवशाली एवं स्वर्णिम अतीत समेटे हुए है। उन स्थलों की यात्रा करके उनके पुरातात्विक महत्व के साथ पौराणिक स्थलों एवं प्राचीन स्थापत्यकला आदि का बारीकी से अवलोकन करके बच्चों को अपने इतिहास-बोध को समृद्ध करना चाहिए।

       यात्रा के दौरान सभी विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के संरक्षण में परिभ्रमण का खूब आनंद उठाया। दर्शनीय स्थलों और ऐतिहासिक महत्व वाले इमारतों के बारे में जानने और उन स्थलों पर फोटोग्राफी के लिए बच्चों में खूब उत्साह देखा गया। राजगीर के पांडु-पोखर, वेणुवन, पहाड़ों, नालंदा विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक खंडहरों, संग्रहालय और हिन्दू, बौद्ध तथा जैन मान्यताओं से संबंधित पौराणिक एवं दर्शनीय स्थलों काश सभी ने लुफ्त उठाया।

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