Cyber Crime: साइबर अपराध में लिप्त था बैंक का सफाईकर्मी, सरगना के साथ हुआ गिरफ्तार , साइबर थाना पुलिस की कार्रवाई, आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद
साइबर अपराध में लिप्त था बैंक का सफाईकर्मी, सरगना के साथ हुआ गिरफ्तार , साइबर थाना पुलिस की कार्रवाई, आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद
नवादा लाइव नेटवर्क।
मोबाइल ऐप के जरिए नकली अंगूठा बनाकर भोले भाले लोगों के बैंक खाते से रुपए उड़ने के मामले में नवादा साइबर थाना की पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार की है। गिरफ्तार बदमाशों में दिलीप कुमार पिता जालो महतो निवासी बिशनपुर, थाना गोविंदपुर, जिला नवादा और कुणाल कुमार पिता दुर्गेश सिंह ग्राम कुंज, थाना रोह, जिला नवादा शामिल है।
इस संबंध में डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि एक महिला के बैंक खाते से 2लाख 10 हजार रुपए की निकासी साइबर अपराधियों द्वारा की गई थी। पीड़िता की शिकायत पर साइबर थाना कांड संख्या 33/2023 दर्ज किया गया था। 15. 7. 2013 को दर्ज कांड का अनुसंधान किया जा रहा था। इस क्रम में दिलीप और कुणाल की गिरफ्तारी हुई।
गिरफ्तार दिलीप मास्टरमाइंड है और वह पेशेवर अपराधी है। पिछले 2 साल से लोगों को चूना लगाने का काम कर रहा था। जबकि कुणाल कुमार दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की कुंज शाखा में सफाई कर्मी का काम करता था। वह वहां से डाटा चुरा कर दिलीप को दिया करता था।
इन लोगों का काम किसी भी व्यक्ति का फर्जी अंगूठा का निशाना बनाकर बैंक खाते से रुपए उड़ने का होता था। इन लोगों के पास से कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गई है। जिसका इस्तेमाल साइबर अपराध में किया जाता था।
जारी विज्ञप्ति के अनुसार कुल 17 प्रकार के दस्तावेज और सामग्रियां बरामद की गई है, जिसमें मोबाइल 03, लैपटॉप एक आधार 08, सिम कार्ड 02, पासबुक 09, आधार का जेरोक्स कॉपी 08, एटीएम 05, प्रिंटर 01, बायोमेट्रिक स्कैनर डिवाइस 02, आई स्कैनर 01 प्रमुख है।
बता दें कि जिले के विभिन्न हिस्सों में साइबर अपराध की घटनाएं हो रही है। नवादा में सक्रिय साइबर अपराधियों का शिकार सिर्फ स्थानीय लोग नहीं होते हैं, बल्कि देश के विभिन्न राज्यों के बड़े-बड़े शहरों और महानगरों के लोग भी हो रहे हैं। आए दिन किसी न किसी राज्य की पुलिस नवादा में दस्तक देती है। साइबर बदमाशों को गिरफ्तार कर साथ ले जाती है। फिर भी यह धंधा बदस्तूर जारी है।
इस धंधे पर रोकथाम के लिए ही साइबर थाना की स्थापना जिले में की गई है। लेकिन यह थाना भी उतना प्रभावकारी अब तक साबित नहीं हुआ है जिसकी अपेक्षा शासन को थी। फिलहाल गिरफ्तार दिलीप और कुणाल को जरूरी पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।
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