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Modern Campus : शिष्य-गुरु के चरणों में जितना ही झुकता है उतना ही गुणवान और नम्रशील बनता है : डॉ. शैलेश

   


शिष्य-गुरु के चरणों में जितना ही झुकता है उतना ही गुणवान और नम्रशील बनता है : डॉ. शैलेश

माॅडर्न शैक्षणिक समूह के संयुक्त तत्वावधान में प्रमाण पत्र वितरण - सह-एक दिवसीय सेमिनार आयोजित

नवादा लाइव नेटवर्क।

मंगलवार को 14 नवंबर को माॅडर्न शैक्षणिक समूह द्वारा सेमिनार का आयोजन किया गया। ‘‘आंगनबाड़ी नई शिक्षा नीति 2020" विषय पर आयोजित सेमिनार में मॉडर्न समूह द्वारा संचालित गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज, इंडस्ट्रीयल एरिया, पुलिस लाईन नवादा, त्रिवेणी काॅलेज ऑफ एजुकेशन, कुन्ती नगर, नवादा, माॅडर्न इन्स्टीच्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, इंडस्ट्रीयल एरिया, पुलिस लाईन, नवादा, माॅडर्न काॅलेज ऑफ एजुकेशन, कुन्ती नगर, नवादा के छात्राध्यापक एवं छात्राध्यापिकाओं के साथ अन्य विद्वतगण ने अपने विचारों को रखा। 

सर्व प्रथम कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि ईश्वरी प्रसाद शर्मा पूर्व जनरल सेक्रेटरी बार एसोसिएशन नवादा एवं विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार सिंह, अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ नवादा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि एव विशिष्ट अतिथि को महाविद्यालयों के प्राचार्यगण एवं विभागाध्यक्षगण द्वारा पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र भेट किया गया। महाविद्यालय के सचिव द्वारा मुख्य अतिथि को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।

 इस दौरान आयोजकों द्वारा बताया गया कि कोर्ष डी.एल.एड. सत्र-2021-23 के मेधावी शिक्षक अभ्यर्थी - गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज के नितिश कुमार, विरेन्द्र कुमार सिंह, अंशु कुमारी, खुशी कुमारी, रागनी राज, त्रिवेणी काॅलेज ऑफ एजुकेशन के - रविश कुमार, रावि रंजन कुमार, अश्विनी कुमारी, दिपिका विमल, सारीका शर्मा, माॅडर्न काॅलेज ऑफ एजुकेशन के - पिन्टू कुमार, सुनैना कुमारी, पप्पू कुमार दास, सूबी कुमारी, अंकित कुमार स्वेता कुमारी, माॅडर्न इन्स्टीच्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के - विक्की कुमार, अमरेन्द्र कुमार, रिशभ जैन, पवन कुमार, संतोष कुमार इन प्रशिक्षुओं ने अच्छे अंक प्राप्त कर महाविद्यालय एवं अपने परिवार का नाम रोशन किया है। 

कार्यक्रम को आगे बढाते हुये गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज, एम.एड. के विभागाध्यक्ष डाॅ. देवानन्द सिन्हा ने अपने अमृत वाणी से शिक्षा रूपी वर्षा कर सारे अभ्यर्थियों को सराबोर कर दिया। 

नई शिक्षा नीति, 2020, का महत्व बताते हुए कहा कि शिक्षा मानव का आभूषण है, इसको पाने के बाद विद्यार्थी अपने लक्ष्य कि प्राप्ति आसानी से कर सकता है। आंगनवाड़ी शिक्षा के उपर भी उन्होंने विशेष ध्यान देने कि बात की। जिसका समर्थन मुख्य अतिथि  ईश्वरी प्रसाद शर्मा ने भी अपने वक्तव्य में किया। इसके बाद प्रबुद्वजन  अजय कुमार सिंह ने कहा कि समय-समय पर शिक्षा के पाठ्यक्रम तथा शिक्षा के नियम बदलते रहना चाहिये, जिससे हमारे प्रशिक्षुओं को नई दिशायें मिलती रहे।

 तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार सिंह ने आंगनबाड़ी कर्मियों को तीन वर्ष के बच्चों कि प्रथम शिक्षिका मां बताते  हुए कहा कि वे प्यार दुलार से बच्चों को खेल-खेल में बहुत कुछ सीखा देती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के रीढ़ हैं, इनका नकल पूरा समाज करता है, इसलिये समाज में अपने आप को संभालकर रखना होगा। आप अपने गरिमा एवं सम्मान का ध्यान नही देंगे तो पूरा समाज दिशाहीन हो जायेगा। 

मुख्य अतिथि ईश्वरी प्रसाद शर्मा ने सभी अभ्यर्थियों के बीच प्रमाण पत्र वितरण करने के पश्चात अपने उद्बोधन में कहा  कि सभी बालकों के प्रथम गुरू माता-पिता होते हैं। उसके बाद दूसरा गुरु शिक्षक होते हैं। 

आंगनबाड़ी नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत महत्वपूर्ण संस्था का है। गुरु का महत्व बताते हुये कहे कि ‘‘ प्रातः जब उठें रधुनाथा, मातु, पिता, गुरू नावहिं माथा‘‘ समय के साथ चलना अपने उदे्श्य कि प्राप्ति के लिये शिक्षा एवं शिक्षक का सम्मान करना आप सभी प्रशिक्षुओ का परम कर्तव्य है।  इसलिये कहा गया है, कि

 ये शाम न विधा, न तपो, न दानम, ज्ञानम, न शीलम, न गुणों, न धर्मः, ते मत्र्य लोके भूवि भार भूता मनुष्य रूपेण मृगाश्चरन्ति  का उपमा देते हुये सभी प्रशिक्षुओं से अनुरोध किये कि अपने माता-पिता के साथ गुरू जनो का सम्मान करें और समय के साथ चलने का प्रयास करें। 

इसी के साथ उपस्थित छात्र-छात्राओं को अपने सम्बोधन में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने तथा सफल शिक्षक बनकर राष्ट्र हित में कार्य करने का आशीर्वाद भी दिया। उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘ करत-करत अभ्यास ते जड़ मत होत सुजान रसरी आवत जात ते सील पर परत निशान ‘‘ क्योंकि विद्या सब धन में प्रधान होती है।

 उसके बाद माॅडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव सह एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिच्यूशन्स ,पटना (बिहार) के महासचिव डाॅ. शैलेश कुमार ने उपस्थित जनसमूह को अपने उद्बोधन में छात्र -छत्राओं को प्रेरक प्रसंग एवं कवितायें सुनाकर उत्साह वर्धन किया और कहा कि ‘‘ लहरों से डर कर नौका पार नही होती, कोशिश करने वालों की हार नही होती ‘‘ इसी कड़ी में अगली कविता सुनाते हुये अत्यंत भाव विभोर होकर छात्र-छात्राओं के मन को झकझोर देने वाली रामधारी सिंह दिनकर जी कि रचना सुनाये ‘‘ खम़ ठोक ठेलता है जब नर पर्वत के जाते पाव उखड़, मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है ‘‘ इसी के साथ सबका मन मोहते हुये शिक्षक के महत्व पर प्रकाश डालते हुये बताये कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है।

 सचिव ने कहा कि  ‘‘  जिस तरह से कुएँ में घड़ा जितना ही झुकता है उतना ही पानी भर कर आता है ‘‘  उसी प्रकार शिष्य-गुरु के चरणों में जितना ही झुकता है उतना ही गुणवान और नम्रशील बनता है। इसी के साथ-साथ शिक्षक-छात्रो में  नैतिकता, सामाजिकता, ईमानदारी, चरित्रवान, प्रभावी व्यक्त्तिव, आत्मनिर्भर बनने पर बल देता है।  इससे स्पष्ट होता है कि शिक्षक-छात्र में  राष्ट्र प्रेम की भावना विकसित करता है।

 उक्त अवसर पर सभी प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्यगण, विभागाध्यक्षगण, सहायक प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं प्रशिक्षुगण उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन के बाद कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गयी।


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