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Crime News : नवादा का एक गांव हो सकता है ब्राह्मण विहीन, लोग कर सकते हैं पलायान, दबंगों का कहर और पुलिस के ढीले-ढाले रवैए से आहत हैं लोग



नवादा का एक गांव हो सकता है ब्राह्मण विहीन, लोग कर सकते हैं पलायान, दबंगों का कहर और पुलिस के ढीले-ढाले रवैए से आहत हैं लोग


मामला चुनावी रंजिश का, भाजपा को वोट देना पड़ रहा महंगा


नवादा लाइव नेटवर्क।


पुलिस का ढीला-ढाला रैवया ऐसा कि एक गांव ब्राह्मण विहीन हो जाएगा। गांव के दबंगों का जुल्म सितम एक ओर तो दूसरी ओर पुलिस की बेरूखी। ऐसे में घर के अंदर कैद होकर रह गए हैं ब्राह्मण परिवार के सभी सदस्य। मामला नवादा जिले के काैआकोल थाना क्षेत्र के मधुरापुर गांव से जुड़ा हुआ है।


इस गांव में एक टोला ब्राह्मणों का है। 5-6 परिवार के कुल जमा 20-25 सदस्यों का निवास है। आसपास दूसरे बिरादरी के लोग हैं। जिनका जुल्म इस परिवार पर होता है। बीते रविवार की रात छत पर रहे पानी टंकी ओवर फ्लो हो गया। पानी का छींटा पड़ोसी के घर की ओर भी गया। इसी बात को लेकर विवाद खड़ा किया गया। इस दौरान पड़ोसियों ने दबंगई की पराकाष्ठा पार करते हुए महिला-पुरूषों की बेरहमी से पिटाई कर दी। लाठी-डंडे से की गई पिटाई में कुल जमा 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। 

 


घायलों में भारद्वाज उर्फ राजेश पांडेय, आशुतोष कुमार पांडेय, प्रियदर्शन पांडेय, छोटू पांडेय, मंगल पांडेय, चंदन पांडेय, पिंकी देवी और रौशन पांडेय को इलाज के लिए कौआकोल के पीएचसी में भर्ती होना पड़ा। प्राथमिक उपचार के बाद चार लोगों को सदर अस्पताल नवादा रेफर कर दिया गया। कुछ महिलाएं तो इलाज कराने ही नहीं पहुंच सकी। अधिकांश लोगों के सिर में चोटें थी। खैर, जिन लोगों की अस्पताल से छ्ट्टी हुई भोर में घर को लौट गए। सुबह में फिर वही तमाशा। भारद्वाज पांडेय के घर पर चढ़कर जमकर रोड़ेबाजी की गई।


पीड़ित परिवार के लोग बताते हैं कि घटना के बाद डायल 112 से हेल्प मांगा तो पुलिस गांव में पहुंची। पुलिस अभिरक्षा में इलाज कराने सीएचसी कौआकोल पहुंचे। अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस चली गई। कुछ लोगों को इलाज के बाद जब अस्पताल से छुट्टी दी गई तो गांव पहुंचने के लिए पुलिस से फिर मदद मांगी। लेकिन, पुलिस वालों ने मदद नहीं की। गांव से सूचना आ रही थी कि रास्ते में दबंग लोग घात लगाए बैठे हैं। किसी प्रकार रास्ता बदलकर भोर में घर तक पहुंचे। सुबह होने पर फिर विवाद खड़ा किया गया और घर पर पथराव किया गया। थाना को फोन लगाया तो दारोगा जी ने उल्टे डांट फटकार लगा दी और थाना आने को कहा।

 


परिवार के लोग कहते हैं कि पुलिस कहती है कि कमजोर लोग हो। उसी के बीच में रहना है। केस मुकदमा से क्या होगा। फिर मारेगा। सहन करो। ऐसे में गांव का ब्राह्मण परिवार पूरी तरह से डरा सहमा है। लोग कहते हैं कि पानी गिरना तो बहाना है। दरअसल, मामला राजनीतिक है। हम ब्राह्मण परिवार भाजपा के समर्थक हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट किया भी और गांव में कराया भी। दूसरे पक्ष के लोग राजद के समर्थक हैं। उन लोगों की रंजिश इसी बात को लेकर है कि भाजपा को समर्थन और वोट क्यों देता और दिलाता है। साल 2015 में भी इसी प्रकार से मारपीट की गई थी।

 

इन लोगों पर मारपीट का है आरोप


घटना का किंग पीन सकिंद्र उर्फ शाको यादव बताया जा रहा है। इसके अलावा अनिल यादव, नंदू यादव, सोहर यादव, सिंकदर यादव, कैलाश यादव, कमलेश यादव सहित करीब 20 लोगों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लागाया जा रहा है।

 


उठ रहे कई सवाल


इस घटनाक्रम में पुलिस की भूमिका पर पीड़ित परिवार द्वारा कई सवाल उठाए जा रहे हैं। पीड़ित परिवार के भारद्वाज पांडेय का कहना है कि पुलिस कोई एक्शन नहीं ले रही है। कई लोगों काे जख्म है। सीएचसी कौआकोल से लेकर सदर अस्पताल नवादा तक इलाज हुआ लेकिन पुलिस आंख मूंदें बैठी है।


गांव छोड़ने को तैयार है परिवार


पीड़ित पक्ष के लोगों को कहना है कि दबंगों ने कहीं का नहीं छोड़ा है। पुलिस की बेरूखी से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में गांव-घर में रहना मुश्किल हो गया है। जान पर आफत है। ऐसे में अब घर छोड़ना ही अाखिरी विकल्प है। ऐसा हुआ तो यह गांव ब्राह्मण विहीन हो जाएगा।

 


सांसद और पूर्व विधायक तक पहुंचाई गई बात


पीड़ित परिवार ने अपनी व्यथा भाजपा नेताओं तक पहुंचाई है। सांसद विवेक ठाकुर और पूर्व विधायक अनिल सिंह के पास घटना में घायलों की तस्वीर भी भेजी गई है। पूर्व विधायक अनिल सिंह ने नवादा लाइव से बातचीत करते हुए कहा कि मामले से एसपी को अवगत कराया गया है। दोषियों पर कार्रवाई और परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की गई है। स्थानीय स्तर पर परिवार को न्याय नहीं मिला तो वरीय अधिकारियों से बात की जाएगी।


कहते हैं थानाध्यक्ष


इस बावत कौआकोल थानाध्यक्ष दीपक कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि किसी ने लिखित आवेदन दिया ही नहीं है। आवेदन मिलते ही प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

 



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