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Crime News : खखंदुआ हत्याकांड में अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं, एसआईटी का हुआ है गठन

 


खखंदुआ हत्याकांड में अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं, एसआईटी का हुआ है गठन


पत्थर खदान के सुरक्षा कर्मी की बेरहमी से पिटाई में हुई थी मौत


नवादा लाइव नेटवर्क।


नवादा जिले के खखंदुआ पत्थर खदान क्षेत्र में भगगवती स्टोन क्रसर के सुरक्षा कर्मी विनोद सिंह हत्याकांड में अबतक किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। मंगलवार को घटना के बावत नवादा पुलिस की ओर एसडीपीओ रजौली गुलशन कुमार का अाधिकारिक बयान जारी किया गया है। जिसमें कांड की अबतक की प्रगति की जानकारी दी गई है।

 



जानिए क्या है पुलिस का आधिकारिक पक्ष...


एसडीपीओ की ओर से जारी बयान को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया गया है। बयान को नवादा लाइव की खबर के जवाब में टैग किया गया है, जिसमें एसडीपीओ द्वारा कहा गया है कि घटनास्थल का निरीक्षण करने पर यह बात सामने आई कि आरोपित पक्ष के लोग उक्त खदान में काम करते थे। पूर्व में वहां वे लोग कार्यरत थे। 

 

बरसात में काम बंद होने के कारण उनलोगों को हटा दिया गया था। वे लोग स्थानीय हैं और अब भी वहां काम करना चाहते थे। द्वेषभाव में उक्त गार्ड के साथ मारपीट की गई, जिसमें उनकी मौत हो गई। कांड का अनुसंधान किया जा रहा है। अनुसंधानकर्ता को जरूरी निर्देश दिए गए है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

 


इस बयान के समाने आने के बाद जब उनसे कांड में किसी की गिरफ्तारी से संबंधित सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। एसआइटी का गठन किया गया है। अकबरपुर व नेमदारगंज थानाध्यक्ष को भी इस काम में लगाया गया है। टेक्निकल टीम का सहयोग भी लिया जा रहा है।

 


30 अगस्त को हुई थी घटना...


बता दें कि शुक्रवार 30 अगस्त की रात विनोद सिंह की बेरहमी से पिटाई की गई थी। रात में ही डायल 112 को सूचना देकर घटनास्थल पर बुलाया गया था। 112 की टीम घायल को अकबरपुर पीएचसी में इलाज के लिए लेकर पहुंची थी। वहां से उन्हें सदर अस्पताल नवादा लाया गया था। सदर अस्पताल से भी उन्हें हायर संस्थान रेफर किया गया था। 01 सितंबर रविवार को पटना के अपोलो अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। रविवार की रात शव को नवादा सदर अस्पताल लाया गया था। सोमवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ था।

 


भाजपा नेताओं व परिजन का पुलिस पर आरोप...


इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप लगाया था। जिसके बाद एसपी के द्वारा थाली थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष ललन कुमार को पुलिस लाइन क्लोज कर दिया था। 

 


घटना के तीन-चार दिन बीत गए हैं। किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। भाजपा नेताओं पूर्व विधायक अनिल सिंह और पार्टी के जिलाध्यक्ष अनिल मेहता ने भी इस कांड में पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे। फिलहाल, आलम ये कि किसी भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस काफी दबाव में है। अब पुलिस कैसे आरोपितों तक पहुंच पाती है देखने वाली बात होगी। 

 






 


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