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Crime News : काशीचक में पुलिस पर हमला करने में 218 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, 68 नामजद, 150 अन्य को बनाया गया आरोपित



काशीचक में पुलिस पर हमला करने में 218 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, 68 नामजद, 150 अन्य को बनाया गया आरोपित

नवादा लाइव नेटवर्क। 

नवादा जिले के काशीचक थानाक्षेत्र के बौरी गांव में बुधवार की रात आक्रोशित भीड़ द्वारा पुलिसकर्मियों पर पथराव करने व पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त करने का मामला दर्ज किया गया है।

 दंडाधिकारी सह सीओ संजय कुमार की शिकायत पर काशीचक थाना में दर्ज उक्त मामले में 68 को नामजद व 150 अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है। घटना के बाद से बौरी गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। 

पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिये अधिकांश युवक घर छोड़कर फरार हैं। वैसे लोग सगे संबंधियों के यहां पनाह ले रखे हैं। बौरी गांव के हर लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि 68 नामजदों में किस किस का नाम शामिल है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार 30 अगस्त को मंडल कारा नवादा में बैरी गांव के बंदी विजय मांझी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया था। अगले दिन यानि बुधवार 31 अगस्त की देर शाम पटना से पोस्टमार्टम बाद शव गांव लाया गया था। जहां ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर पुलिस टीम पर पथराव कर दिया था। हमले में एक सब इंस्पेक्टर और एक जमादार जख्मी हुए थे। जबकि कुछ पुलिसकर्मी चोटिल हुए थे। अगले दिन सड़क भी जम किया गया थे। काफी जद्दोजहद के बाद गुरुवार को शव का अंतिम संस्कार किया गया था। 

इस बाबत थानाध्यक्ष डॉ नरेंद्र प्रसाद ने बताया कि पथराव कर उपद्रव मचाने में शामिल दोषियों को चिन्हित किया जा रहा है। साथ ही उन सबों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। कोई निर्दोष न फंसे पुलिस इसका ध्यान रख रही है।  दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

घटना के दिन मौके पर संवाद संकलन करने गए पत्रकार अरविंद कुमार का मोबाइल फोन और पैसा छीने जाने का वाकया भी प्राथमिकी में शामिल किया गया है।

यहां बता दें कि विचाराधीन बंदी विजय मांझी के मंडल कारा में आत्महत्या कर लेने के पश्चात शव के पैतृक गांव पहुंचते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पुलिस पर पथराव कर कई पुलिसकर्मियों को जख्मी कर दिया था। अगले दिन शव के साथ सड़क जाम कर काफी हंगामा मचाया था। पुलिस हिरासत में रहे लोगों को छोड़ने के बाद ही लोगों ने सड़क जाम हटाया था। 



 


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