बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या पर VHP ने कहा: ये इस्लामिक कट्टरपंथियों के फैलाए जहर का नतीजा
हिजाब विवाद के बाद कर्नाटक में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या ने राजनीतिक रंग ले लिया है। कर्नाटक सरकार के मंत्री और शिवमोगा के विधायक केएस ईश्वरप्पा ने खुलकर कहा है कि इस हत्या के पीछे मुस्लिम गुंडे जिम्मेदार हैं। वहीं, हिजाब विवाद पर कुछ न बोलने वाली विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने भी इस्लामिक कट्टरपंथियों पर निशाना साधा है। हर्ष की हत्या से इलाके में तनाव की स्थिति है। पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाकर RAF की तैनाती की गई है। वहीं, हर्ष के परिवार के लिए हिंदू संगठनों ने क्राउडफंडिंग से एक करोड़ रुपए जमा करने का अभियान चलाया है। इसमें 16 लाख रुपए अब तक जमा भी हो चुके हैं। शिवमोगा से पहले बागलकोट जिले में भी प्रकाश लुनार नाम के एक हिंदू एक्टिविस्ट पर हमला किया गया था। उन्हें भी गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें लेकर भी कहा जा रहा है कि इरादा उनकी हत्या करने का ही था। हिजाब विवाद में कर्नाटक के एजुकेशन मिनिस्टर बीसी नागेश ने मोर्चा संभाला था, तो इस बार ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री ईश्वरप्पा राज्य सरकार की तरफ से सामने आए हैं। मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा, ‘मैं शिवमोगा को अच्छी तरह जानता हूं। वहां की हर घटना की जानकारी मेरे पास आ जाती है। हर्ष की हत्या के पीछे मुस्लिम गुंडे हैं।’ क्या इसके पीछे हिजाब विवाद है? इस पर ईश्वरप्पा ने कहा कि इसके पीछे कांग्रेस है। शिवमोगा सीट से ही विधायक केएस ईश्वरप्पा के बयान ने आग में घी डालने का काम किया। ईश्वरप्पा ABVP के कार्यकर्ता रहे हैं तो सीधे राजनीति में आने से पहले इनकी पहचान RSS स्वयंसेवक के रूप में रही है। हालांकि पिछली बार की तरह ही इस बार भी राज्य के CM बसवराज बोम्मई ने मंत्री के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। ईश्वरप्पा से यह पूछे जाने पर कि आपके बयान पर आपके ही मुख्यमंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री अपना काम कर रहे हैं। जांच के बाद सारी बात सामने आ ही जाएंगी।’
हिजाब पर चुप्पी के बाद हत्या पर वीएचपी ने साधा निशाना हिजाब मामले में खुलकर वीएचपी ने बयान नहीं दिया था, लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के बाद वीएचपी ने इस्लामिक कट्टरपंथियों पर जमकर निशाना साधा है। पदाधिकारी सुरेंद्र जैन ने कहा, 'शिवमोगा में कार्यकर्ता हर्ष की हत्या घोर निंदनीय है। यह नतीजा इस्लामिक कट्टरपंथी नेताओं द्वारा रोजाना मुस्लिम समाज के भीतर फैलाए जहर का है। यह जहर कभी सीएए, कभी हिजाब और कभी नमाज के नाम पर फैलाया जा रहा है। सिमी का दूसरा संस्करण पीएफआई खुलेआम काम कर रहा है। अगर ऐसी घटनाओं का प्रतिरोध शुरू हो गया तो देश मुश्किल में पड़ जाएगा।’
वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने सवाल उठाया, ‘इस्लामिक जिहादियों के हत्थे अभी और कितने लोग चढ़ेंगे। हर्ष को पहले भी धमकियां मिलीं। प्रशासन को इसके बारे में जानकारी दी गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। एक के बाद एक संपूर्ण देश में हिंदू युवाओं की हत्या हो रही हैं। यह निंदनीय है। राज्य सरकार इस मामले में पूरी जांच कर हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।’
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