अगर जेलेंस्की सरकार गिरी तो क्या करेगा अमेरिका?
यूक्रेन में रूसी सेना के जोरदार हमलों के बीच अब अमेरिका ने वोलोदमयर जेलेंस्की की सरकार को बचाए रखने के लिए प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है। अमेरिका एक प्लान तैयार कर रहा है जिसके तहत रूसी सेना के कब्जा होने के बाद भी यूक्रेन की जेलेंस्की सरकार पोलैंड से चलती रहेगी। अमेरिका ने यह प्लान बी ऐसे समय पर तैयार किया है जब रूसी सेना यूक्रेन पर तेजी से बढ़त बना रही है। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने अमेरिकी प्रशासन के सूत्रों के हवाले से कहा, 'हम आपात स्थिति के लिए योजनाएं तैयार कर रहे हैं।' अखबार ने कहा कि यूक्रेन के सहयोगी देश निर्वासित सरकार के गठन में मदद कर सकते हैं ताकि देश में गुरिल्ला युद्ध को जारी रखा जाए। इससे पहले 4 मार्च को रूस की संसद के स्पीकर ने ऐलान किया था कि जेलेंस्की पोलैंड गए थे, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। स्पीकर ने कहा कि अभी राष्ट्रपति जेलेंस्की कीव में ही मौजूद हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने यह बताना बंद कर दिया है कि जेलेंस्की कहां पर हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यूक्रेन की सरकार देश के विभिन्न इलाकों में शासन नहीं कर पा रही है। इस बीच नाटो देश यूक्रेन को संगठन में शामिल करने पर चर्चा के लिए तैयार नहीं हैं और कीव अब ‘गैर-नाटो मॉडल’ पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
ये जानकारी यूक्रेन के एक अधिकारी ने दी है। रविवार को अमेरिका के फॉक्स न्यूज से रूस के साथ बातचीत के लिए यूक्रेन प्रतिनिधिमंडल के सदस्य डेविड अरखामिया के हवाले से कहा, ‘नाटो देशों से हमें जो प्रतिक्रिया मिल रही है, वह यह है कि वे हमें नाटो में रखने पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हैं। हम नाटो के आवेदनों के लिए नहीं लड़ेंगे, हम परिणाम के लिए लड़ेंगे लेकिन प्रक्रिया के लिए नहीं।’
रूस और यूक्रेन में तीसरे दौर की बातचीत जल्द
अरखामिया ने कहा, ‘हम कुछ गैर-नाटो मॉडलों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। हम न केवल रूस के साथ द्विपक्षीय चर्चा में बल्कि अन्य भागीदारों के साथ भी व्यापक दायरे में ऐसी चीजों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।’ भीषण युद्ध के बीच, यूक्रेन और रूस ने 28 फरवरी और 3 मार्च को दो दौर की बातचीत की और सोमवार को तीसरे दौर की बातचीत होने की उम्मीद है।
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