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Breking News ; अशोक यादव ने दलीय उम्मीदवारों को दी पटखनी, बने विजेता, औपचारिक एलान होना बाकी

                                                                        अशोक यादव

अशोक यादव ने दलीय उम्मीदवारों को दी पटखनी, बने विजेता, औपचारिक एलान होना बाकी
 

नवादा लाइव नेटवर्क।
स्थानीय निकाय कोटे के एमएलसी चुनाव के लिए नवादा में वोटों की गिनती का काम अंतिम चरण में है। निर्दलीय अशोक यादव करीब 500 वोटों के अंतर से प्रतिद्वंद्वी पर बढ़त बना रखे हैं। मोटे तौर पर उनकी जीत पक्की हो गई है। औपचारिक ऐलान होना बाकी है। चुनावी मैदान में रहे जदयू के सलमान रागिब मुन्ना और राजद के श्रवण कुशवाहा को हार मिली है। लगातार चौथी जीत से चूक गए जदयू प्रत्याशी समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र से बाहर निकल चुके हैं। निर्दलीय अशोक को प्रथम वरीयता का करीब 1300 वोट और राजद-जदयू को करीब सात-सात सौ वोट मिलने की सूचना है। कुल 2875 में 2862 वोट पड़े थे।

कौन हैं अशोक यादव 


 अशोक यादव पूर्व मंत्री राजबल्लभ प्रसाद के भतीजे हैं। पिता कृष्णा प्रसाद भी नवादा से विधायक रहे हैं। 1990 में भाजपा के टिकट पर जीते थे। बाद में राजद में शामिल हो गए थे। मां प्रमिला देवी राजद कोटे से एमलसी रह चुकी हैं। चाची विभा देवी इन दिनों राजद से नवादा सदर विधायक हैं। अशोक खुद अपने गृह पंचायत भदोखरा से मुखिया रह चुके हैं। फिलहाल नारदीगंज से जिला पार्षद है। जिला पार्षद का इनका दूसरा कार्यकाल है। राजद से टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़े थे, और जीत गए। जदयू के सलमान रागिब जीत का चौका लगाने में नाकामयाब रहे। राजद के श्रवण कुशवाहा को जीत के लिए अभी और इंतजार करना होगा। पिछले छह वर्षों में एमएलए व एमएलसी का पांच चुनाव लड़े, जीत नहीं मिली।

जीत के बड़े मायने

 
अशोक की जीत ने एक बात साबित कर दिया कि नवादा में राजद का मतलब राजबल्लभ परिवार है। इस जीत के बड़े मायने हैं। आने वाले दिनों में जिले की राजनीत पर इसका व्यापक असर पड़ने वाला है। एक तो अशोक यादव युवा हैं। उपर से राजबल्लभ परिवार से आते हैं। सबसे बड़ी बात ये कि सभी वर्गों का व्यापक समर्थन हासिल करने में कामयाब रहे। एनडीए के परंरागत वोटरों में बड़ी सेंधमारी और राजद का आधार वोट का इन्हीं के साथ जुड़ाव अशोक की बड़ी जीत का कारण बना। एनडीए का पूरा कुनबा यहां बिखरा रहा। राजद के उम्मीदवार श्रवण कुशवाहा को एनडीए के परंपरागत वोटरों का बड़ा समर्थन मिला, लेकिन राजद का आधार वोट नहीं मिला। ऐसे में नुकसान एनडीए को हुआ।  


विक्ट्री का निशान दिखाते अशोक यादव के समर्थक

विजयी होने के बाद समर्थकों के साथ अशोक यादव 
जीत पर खुशी का इजहार करते अशोक यादव के समर्थक

चाचा व राजद के प्रदेश महासचिव अपने चाचा बिनोद यादव के साथ अशोक यादव व अन्य

नोट :- यह ऑफिसियल डाटा नहीं है, अगले खबर में अधिकारिक ब्योरा दिया जाएगा।




 

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