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Nawada News : पत्रकारिता के पुरोधा थे सुरेश वर्मा, व्यक्तित्व व कृतित्व पर हुई चर्चा, जनमंथन स्मारिका का हुआ विमोचन




 पत्रकारिता के पुरोधा थे सुरेश वर्मा, व्यक्तित्व व कृतित्व पर हुई चर्चा, जनमंथन स्मारिका का हुआ विमोचन 

नवादा लाइव नेटवर्क।


जनसरोकारी पत्रकारिता समय की मांग है। इसलिए सभी पत्रकार जनसरोकार से जड़ी खबरों को ही तरजीह दें। खबरों में प्रमाणिकता पहली शर्त होनी चाहिए। इतनी शुचिता आप पत्रकारों से अपेक्षित है, क्योंकि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होते हैं। उक्त बातें नवादा सदर के एसडीओ उमेश कुमार भारती ने रविवार को नगर भवन में एक समारोह में कही। मौका था नवादा जिला पत्रकार संगठन द्वारा प्रकाशित जनमंथन स्मारिका के लोकार्पण का। 

इस मौके पर पत्रकारिता के पुरोधा स्व. सुरेश कुमार वर्मा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। मुख्य अतिथि एसडीओ ने कहा कि उनके बताए रास्ते पर चलकर आज की पीढ़ी खुद को काफी आगे तक ले जा सकती है।
 


कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरीय पत्रकार व साहित्यकार रामरतन प्रसाद सिंह रत्नाकर ने कहा कि स्वर्गीय सुरेश प्रसाद वर्मा आकाशवाणी के दौर में सुरेश वाणी के नाम से प्रसिद्ध थे। उन्होंने पत्रकारिता के जो आदर्श स्थापित किए, वह आज की पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने पत्रकारिता से जुड़े अपने अनुभवों को रखा और नई पीढ़ी का मार्गदर्शन किया।

मौके पर लाइन डीएसपी मदन कुमार ने ग्रामीण और आंचलिक पत्रकारिता पर जोर देते हुए कहा कि पत्रकार समाज के धरोहर हैं। उनपर बड़ी जिम्मेवारी है। वरीय पत्रकार सह इतिहासकार डॉ. अशोक कुमार प्रियदर्शी ने सामाजिकता से संबद्ध पत्रकारिता पर जोर दिया। कहा कि पत्रकारिता का एक मकसद होना चाहिए न कि सिर्फ खबर लिखना। वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर संजय कुमार सुमन ने धारदार पत्रिका को वर्तमान समय की जरूरत बताया और नई पीढ़ी के पत्रकारों को अपनी कलम में तेज लाने का सुझाव दिया।
 

पत्रकार संगठन के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार रवि ने विषय प्रवेश किया। इसके बाद स्मारिका का लोकार्पण किया गया। उन्होंने संगठन की उपलब्धियां गिनाई। इसके बाद परिचर्चा सह संवाद कार्यक्रम संपन्न हुआ। संगठन के संयोजक राजेश मंझवेकर के मंच संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में मौजूद स्वर्गीय सुरेश कुमार वर्मा के सुपुत्र कारोबारी राजीव कुमार सिन्हा ने ऐसे प्रयास के लिए नवादा जिला पत्रकार संगठन की प्रशंसा की। भावुक होते हुए अपने पिता के सामाजिक दायित्व वाली पत्रकारिता का वर्णन किया। 


कार्यकम में उपाध्यक्ष अशोक कुमार व सतीश कुमार, सचिव रविन्द्र पाण्डेय, संगठन सचिव डॉ मुकेश कुमार सिन्हा, मिथिलेश कुमार, कुमार मनीष देव्, नागेंद्र सिन्हा, उमा शंकर पाठक, सुबोध कुमार, मनीष कमलिया समेत सनी भगत, संदीप साहू, वीरेंद्र वर्मा, अनिल शर्मा, सचिन कुमार, सुरेंद्र कुमार, गुड्डू सिंह आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई। 

मौके पर विनय पांडेय, ओंकार शर्मा, रौशन सोनू, मनोज कुमार, अनिल कुमार, राकेश कुमार, गौरव मिश्रा आदि पत्रकार समेत कारोबारी वीरेंद्र कुमार मौजूद रहे। संगठन सचिव रविंद्र कुमार पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया जिसके बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। बता दें कि राजेश मंझवेकर के संपादन में जनमंथन स्मारिका का प्रकाशन हुआ है। 

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