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Nawada News : नवादा जिला अंगीभूत कॉलेज शिक्षक समन्वय समिति की बैठक में कई मुद्दों पर हुआ गहन मंथन

 

नवादा जिला अंगीभूत कॉलेज शिक्षक समन्वय समिति की बैठक में कई मुद्दों पर हुआ गहन मंथन, दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना को सफल बनाने का निर्णय

नवादा लाइव नेटवर्क।

 शुक्रवार 29 जुलाई को नवादा जिला अंगिभूत कॉलेज शिक्षक समन्वय समिति कि महत्वपूर्ण बैठक प्रोफेसर नरेश चंद्र शर्मा संयोजक सह सेवानिवृत्त शिक्षक केएलएस कॉलेज नवादा की अध्यक्षता में राजेंद्र मेमोरियल वीमेंस कॉलेज परिसर में हुई। जिसमें शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई। 






राज्य सरकार द्वारा शिक्षकों के विरुद्ध चलाए जा रहे दमनकारी नीति, नवनियुक्त शिक्षकों की सेवा संपुष्टि, आगामी 3 अगस्त 2022 को केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति इत्यादि के विरोध में जंतर मंतर नई दिल्ली में देश के सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेज शिक्षकों का धरना में शामिल होना, शिक्षकों की प्रोन्नति की अधिसूचना पर अमल करना तथा मगध विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ मूटा की इकाई का गठन करना इत्यादि कई मुद्दों पर बैठक में गहन मंथन किया गया। समन्वय समिति के संयोजक ने संगठन के विस्तार, शिक्षकों की एकजुटता, शैक्षणिक वातावरण का स्वस्थ होना इत्यादि जैसे मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

बैठक की जानकारी देते हुए समन्वय समिति के कार्यकारी संयोजक डॉ अंजनी कुमार सचिव टीएस कॉलेज हिसुआ ने बताया कि आज की बैठक में जिले के चारों अंगिभूत कॉलेजों तथा राजेंद्र मेमोरियल विमेंस कॉलेज नवादा, केएलएस कॉलेज नवादा, टीएस कॉलेज हिसुआ एवं एसएन सिन्हा कॉलेज वारिसलीगंज के अधिकांश शिक्षक शामिल थे। 


 बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए डॉ कुमार ने कहा कि मगध विश्व विद्यालय शिक्षक महासंघ की इकाई को पुनर्जीवित करने हेतु नवादा जिला के चारों कॉलेजों से 5 शिक्षक व एक संयोजक की समिति बनाई गई, जो विभिन्न कॉलेजों का दौरा कर संगठन के गठन पर चर्चा कर उसे अमली जामा पहनाएगा।

 

 इसके अलावा बैठक में जिले के कई अवकाश प्राप्त शिक्षक के कोरोना काल में असामयिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि केन्द्र सरकार की नई शिक्षा नीति व शिक्षकों के सेवा शर्तों संबंधी विभिन्न कठिनाइयों को दूर करने इत्यादि जैसे विषयों की आगामी 3 अगस्त 2022 को जंतर मंतर नई दिल्ली में आयोजित धरना में जिले के अधिकांश शिक्षक भाग लेकर प्रदर्शन को सफल बनाएंगे।

इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा शिक्षक विरोधी आचरण प्रदर्शित करने, शिक्षकों के वेतन भुगतान में विलंब करने इत्यादि विषयों पर बैठक में कड़ी निंदा की गई तथा सरकार द्वारा कॉलेजों के औचक निरीक्षण जैसे तुगलकी फरमान को वापस लेने की मांग की गई है।  

विश्वविद्यालय स्वायत्तता को अक्षुण्ण बनाए रखना कुलाधिपति का दायित्व है। इसके अलावा कॉलेज में स्थाई प्रचार्य, दो-दो कॉलेजों में एक प्राचार्य की नियुक्ति न करने, वित्तेक्षक व प्राचार्य के अभाव में कई कॉलेजों का ठीक से संचालित ना होने इत्यादि का मामला भी उठाया गया। साथ ही प्रत्येक 2 माह पर जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित करना, शैक्षणिक माहौल दुरूस्त करना आदि पर चर्चा हुई।

उक्त बैठक में केएलएस कॉलेज नवादा से डॉ एम.जेड शाहजादा, उपाध्याय डॉ रत्नेश कुमार, शमशाद अंसारी, राजेंद्र मेमोरियल वीमेन्स कॉलेज से प्रो.अविनाश कुमार, डॉ आरती रानी साहा, डॉ दिलमोहन शाहा, डॉ स्मिता कुमारी, प्रो अनिल कुमार पटेल, डॉ नंदिता, एसएन सिन्हा वारिसलीगंज से प्रो अमित कुमार व टीएस कॉलेज हिसुआ से प्रो शैलेन्द्र कुमार, प्रो पुष्पा कुमारी, प्रो सुन्दर शर्मा, प्रो परमानंद प्रसाद सिंह, प्रो उमेश प्रसाद सिंह, प्रो देवेंद्र प्रसाद इत्यादि कई शिक्षक व प्रो महेंद्र कुमार सेवानिवृत्त शिक्षक उपस्थित थे।  


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