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Modern campus : मॉडर्न शैक्षणिक समूह के विद्यालयों में धूमधाम से मनाई गई जन्माष्टमी, राधा कृष्ण का रूप धरे नन्हे छात्र छात्राओं ने सबका मन मोहा

   


मॉडर्न शैक्षणिक समूह के विद्यालयों में धूमधाम से मनाई गई जन्माष्टमी राधा कृष्ण का रूप धरे नन्हे छात्र छात्राओं ने सबका मन मोहा

नवादा लाइव नेटवर्क।

भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिवस जन्माष्टमी त्योहार के पावन अवसर पर मॉडर्न शैक्षणिक समूह, नवादा के विभिन्न विद्यालयों मॉडर्न इंग्लिश स्कूल, मॉडर्न चिल्ड्रन स्कूल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, नवादा एवं मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल, हिसुआ के द्वारा श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित विभिन्न सांस्कृतिक  कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के नर्सरी से पंचम वर्ग के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और अपने मनमोहक प्रस्तुतियों एवं रंग-बिरंगी साज-सज्जा से राधा-कृष्ण का रूप धारण किए बच्चों ने अपनी भोली-भाली अदाओं से उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।


कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ मॉडर्न शैक्षणिक समूह के निदेशक डॉ. अनुज कुमार एवं प्राचार्यगण के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं बाल-गोपाल को झूला झुलाकर किया गया। 

अपने संबोधन में भारतीय सभ्यता-संस्कृति पर भगवान श्रीकृष्ण के प्रभाव की चर्चा करते हुए निदेशक ने कहा कि श्रीकृष्ण ने विपरीत परिस्थितियों में अपना बचपन एवं जीवन बिताकर भी संसार के सामने जो आदर्श स्थापित किया, वह सबके लिए अनुकरणीय है। 

 


जेल में जन्म लेना, जन्म लेते ही माता-पिता से अलग होकर किसी अन्य के यहां पलना, पल-पल मायावी राक्षसों से प्राणों का भय होना और चरवाहों तथा ग्वाल-बालों के साथ गाय चराते हुए  बचपन बिताने के बाद भी अन्याय एवं अत्याचार के विरुद्ध अपने स्वर को बुलंद रखना, यह सिर्फ श्रीकृष्ण ही कर सकते थे। 

उन्होंने आजीवन धर्म एवं न्याय की स्थापना के लिए संघर्ष किया। उनके इन्हीं संघर्षों ने उन्हें समाज में पूजनीय एवं ईश्वर के रूप में प्रतिष्ठित किया। हमें एवं हमारी आने वाली पीढ़ियों को श्रीकृष्ण सदैव प्रेरित करते रहेंगे । 


      कार्यक्रम की शुरुआत में नर्सरी के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा भगवान कृष्ण और राधा के रूप में मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति की गई। इसके बाद वर्ग प्रथम से पंचम तक के छात्र-छात्राओं के द्वारा राधा- कृष्ण के विभिन्न स्वरूपों के द्वारा अलग अलग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। छात्र-छात्राओं ने श्री कृष्ण जन्म से लेकर कंस वध तक की लीलाओं को प्रस्तुत किया। 

विद्यालय के जूनियर वर्ग के सुभाष चंद्र बोस हाउस के विद्यार्थियों ने वासुदेव द्वारा श्री कृष्ण को गोकुल ले जाने का दृश्य प्रस्तुत किया। रानी लक्ष्मीबाई हाउस की छात्राओं ने मटकी फोड़ने की लीला एवं रास-नृत्य की मनोहर प्रस्तुति दी। गाँधी हाउस के विद्यार्थियों ने माखन चुराते हुए श्री कृष्ण की बाल रूप की झांकी प्रस्तुत की। चंद्रशेखर आज़ाद हाउस के विद्यार्थियों ने कृष्ण सुदामा मिलन की झांकी व सरदार भगत सिंह हाउस के विद्यार्थियों ने राधा कृष्ण का सखियों के साथ का दृश्य प्रस्तुत किया। बच्चों के एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों पर दर्शकों ने दिल खोलकर तालियां लुटाई और कार्यक्रम की खूब प्रशंसा की। 


कार्यक्रम को सफल बनाने में एवं नन्हे-मुन्ने बच्चों को उत्साहपूर्वक सजाने-सँवारने में, उन्हें राधा-कृष्ण का रूप धारण करने में छात्र-छात्राओं के माता-पिता, विद्यालय के नर्सरी शिक्षिकाओं एवं जूनियर कक्षाओं के शिक्षक-शिक्षिकाओं की भूमिका अत्यन्त सराहनीय रही।
 














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