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Modern Campus : "शिक्षा में परीक्षा" का महत्व पर आयोजित हुआ सेमिनार, मॉडर्न शैक्षणिक समूह के आयोजन में छात्रों और शिक्षकों ने रखी बातें



"शिक्षा में परीक्षा" का महत्व पर आयोजित हुआ सेमिनार, मॉडर्न शैक्षणिक समूह के आयोजन में छात्रों और शिक्षकों ने रखी बातें

नवादा लाइव नेटवर्क।

मॉडर्न शैक्षणिक समूह नवादा के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। "शिक्षा में परीक्षा का महत्व" विषय पर आयोजित सेमिनार में गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेंनिंग कॉलेज, पुलिस लाईन नवादा, त्रिवेणी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, कुंती नगर नवादा, मॉडर्न इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, पुलिस लाइन, इंडस्ट्रियल एरिया नवादा, मॉडर्न कॉलेज आफ एजुकेशन कुंती नगर नवादा के बीएड सत्र 2021_23 एवं 2020-22 के सभी प्रशिक्षुओं ने  चढ़ बढ़कर भाग लिया और कार्यक्रम को बहुत ही प्रभावशाली बनाया।


 कोर्स बीएड की छात्र अध्यापिका राधा रानी ने गीत गाकर लोगों का मन मोह लिया। इसी के साथ मोहम्मद रिजवान खान (एमसीई) ने  गुरु की महत्ता बताते हुए कहा कि गुरु समाज रीढ़ होते हैं जो सदा अपने शिष्य के भविष्य की मंगल कामना करते रहते हैं। इसलिए इनका सदैव सम्मान करना चाहिए। क्योंकि गुरु उस मार्ग के समान है जो एक दूसरे को उसके स्थान पर पहुंचा देता है परंतु स्वयं उसी स्थान पर रह जाते हैं। इसी के साथ बहुत सारे विद्यार्थियों ने शिक्षा एवं परीक्षा का महत्व पर का वर्णन वर्णन करते हुए सदा अपने गुरु के चरणों में नतमस्तक रहने का संकल्प लिया। यह भी कहा कि गुरु के बिना हमारी शिक्षा और जीवन का हर पल अधूरा है। 


इसके बाद दूर-दूर से आए सम्मानित विद्वानगण ने परीक्षा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा लेने के बाद छात्रों का मूल्यांकन आवश्यक है। जिससे उनके ज्ञान की गहराई का पता लगाया जा सकता है। परंतु परीक्षा हमेशा कदाचार मुक्त होना चाहिए। 

अंत में मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव सह एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग पटना बिहार के महासचिव डॉ. शैलेश कुमार ने अपना विचार व्यक्त करते हुए परीक्षा संबंधी बहुत सारी अच्छी बातें बताई।


 उन्होंने कहा कि परीक्षा सभी लोग देते हैं और शिक्षा लेने के बाद परीक्षा देना भी आवश्यक है। परंतु परीक्षा किसी के आश्रित नहीं देनी चाहिए। स्वयं परीक्षा देने से अपनी तैयारी होती है जिससे ज्ञान बढ़ता है और भविष्य का निर्माण होता है। साथ ही लक्ष्य की प्राप्ति होती है। आपके माता-पिता धन्य हैं जो आपको एक कुशल आदर्श भावी शिक्षक बनने का राह चुने हैं। हम उन माता-पिता को कोटि-कोटि नमन करते हुए कहना चाहते हैं कि_

माता शत्रु पिता बैरी, येन बालो न पाठितः!

न शोभते शभामध्ये हंसमध्ये बको यथा!!

 भाव विभोर होकर अगली कड़ी प्रस्तुत करते हुए कह कि हमें अपने पूर्वजों से सीख लेनी चाहिए। पंडित महामना मदन मोहन मालवीय जी का उदाहरण देते हुए सभी प्रशिक्षुओं को प्रेरित किया और कहा कि साहस से कोई भी कार्य करना बड़ा आसान और सफल हो सकता है। जैसा कि कहा गया है_

लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, 

 कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। 

इस प्रकार से संबंधित सुविचार करते हुए कहा कि जिस प्रकार किसान अपनी लहलहाती खेती को देखकर अत्यंत खुश होते हैं उसी तरह हमारा महाविद्यालय परिवार आप सभी प्रशिक्षुओं को इतनी भारी संख्या में देखकर फुले नहीं समा रहा है। 

 कहना चाहते हैं कि शिक्षा रूपी आभूषण को प्रेम रुपी धागा में गूथकर गले का हार बना लीजिए। जिससे आपका और आपके माता-पिता का सपना साकार हो सके और सूरज और चांद की तरह सदा चमकते रहे। कहा गया है कि "स्वदेशे पूज्यते राजा विद्वान सर्वत्र पूज्यते"। इन्हीं आशाओं के साथ से मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद उन्होंने सभी को दिया। 


इस मौके पर गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज नवादा कोर्स एमएड के विभागाध्यक्ष डॉ सनद कुमार, डीएलएड के विभागाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सोनकर, सहायक प्राध्यापक श्रीमती मुन्नी देवी, सहायक प्राध्यापक अजीत कुमार, मनोज सिंह एवं त्रिवेणी कॉलेज आफ एजुकेशन कोर्स डीएलएड के विभागाध्यक्ष डॉक्टर फिरंगी याद, कोर्स एमएड के विभागाध्यक्ष डॉ कुमार अभिषेक, सहायक प्राध्यापक सुरेंद्र राम भारतीय, प्रवीण कुमार, रामप्यारे यादव, मनीष कुमार, नवेंदु धीरज तथा मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन पुलिस लाइन इंडस्ट्रियल एरिया नवादा के प्राचार्य मनीराम, सहायक प्राध्यापक धर्मराज गौड़,  राजित राम यादव, प्रमोद कुमार पांडे, एवं मॉडर्न कॉलेज आफ एजुकेशन कुंती नगर नवादा कोर्स डीएलएड के विभागाध्यक्ष देवकांत, सहायक प्राध्यापक राजू कुमार प्रवीण कुमार सिंह आदि मौजूद थे। सभी ने प्रशिक्षुओं को उनकी मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद दिया।

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