Nawada News : शहीद आर्मी जवान चंदन का पार्थिव शरीर घर नहीं पहुंचने से परिजनों और क्षेत्रवासियों में रोष, किया एनएच 20 को जाम
शहीद आर्मी जवान चंदन का पार्थिव शरीर घर नहीं पहुंचने से परिजनों और क्षेत्रवासियों में रोष, किया एनएच 20 को जाम
सेना के अधिकारी शहीद के परिजन को बुला रहे हैं ऊधमपुर, परिवार जाने को तैयार नहीं
नवादा लाइव नेटवर्क।
जम्मू कश्मीर के पूंछ सेक्टर में आतंकी हमले में शहीद हुए नवादा के लाल चंदन कुमार का शव पैतृक घर तीसरे दिन भी नहीं पहुंचने से घर परिवार और इलाके के लोग गुस्से में हैं। भड़के लोगों ने शनिवार की शाम एनएच 20 को खरांट मोड़ के समीप जाम कर दिया। बड़ी संख्या में लोग हाथों में तिरंगा लिए हाइवे पर जमे हुए हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी समझा_बुझाकर जाम हटवाने का प्रयास कर रहे हैं। लोग सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं। जाम से एनएच 20 पूरी तरह से ठप है। रूट डायवर्ट कर लोग गंतव्य को जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सेना के अधिकारी परिजनों को शव की पहचान के लिए उधमपुर (जम्मू) बुला रहे हैं।
बता दें कि नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखण्ड के कुटरी पंचायत की नारोममुरार गांव के गरीब किसान मौलेश्वर सिंह के दूसरे पुत्र आर्मी जवान 24 वर्षीय चंदन कुमार गुरुवार की दोपहर बाद पूंछ सेक्टर में आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। घटना के तीन दिन बाद भी शहीद चंदन का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंचा है। ग्रामवासी सह मुखिया अभिनव आनंद ने कहा कि किसी भी स्थिति में शहीद का पार्थिव शरीर सरकार गांव तक पहुंचाए। ग्रामीण प्रशासन और सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
आतंकी हमले में पांच जवानों के शहादत की बात सामने आई है। जिसमें नवादा के चंदन भी शामिल हैं। सेना के अधिकारियों द्वारा चंदन के बड़े भाई पीयूष कुमार को मोबाइल पर गुरुवार_शुक्रवार की रात 12:30 बजे शहादत की सूचना दी गई थी।
खबर के बाद से परिजन और ग्रामीण शहीद का पार्थिव शरीर गांव आने का इन्तेजार कर रहे थे। लेकिन, पार्थिव शरीर शनिवार को शाम तक नहीं पहुंचा।
इस बीच सेना के अधिकारी के द्वारा शहीद के बड़े भाई पीयूष को फोन कर पांच स्वजन को उधमपुर (जम्मू) आने को कहा जा रहा है।
विधायक अरूणा देवी व अन्य गांव वासियों को शहीद के भाई व परिजनों ने बताया कि सेना के अधिकारी बार-बार फोन कर रहे हैं। फोन पर कहा जा रहा हैं कि पांच व्यक्ति सेना कैंप में पहुंचिए और अपने शव की शिनाख्त कीजिए। तब शव को विमान से गांव पहुंचाया जाएगा। लेकिन परिजन वहां जाने को तैयार नहीं है। परिजनों व ग्रामीणों को संभावना है कि वहां पहुंचने के बाद पार्थिव शरीर का अंत्येष्ठि वहीं किया जा सकता है।
शहीद जवान चंदन की गमजदा पत्नी |
गांव के किसी घर में नहीं जला है चूल्हा
घटना के बाद से पूरे नारोमुरार गांव में शोक व्याप्त है। जिस कारण गांव के किसी भी घर में शुक्रवार की सुबह से चूल्हा नहीं जल पा रहा है। लोग किसी प्रकार कुछ कुछ खाकर भूख मिटा रहे हैं। शनिवार को स्थानीय विधायक अरूणा देवी, अंचल अधिकारी प्रेम कुमार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। परिजनों ने विधायक को सेना के अधिकारियों से हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी।
विधायक ने जिलाधिकारी से बात की। बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ।
पत्नी, मां, पिता, भाई, बहन की एक ही मांग चंदन के पार्थिव शरीर को लाएं सरकार
एकमात्र कमाऊ लाला के शहीद हो जाने से दहाड़ मार कर रो रही मां, पिता ,भाई ,भाभी व परिजनों का गांव पहुंच रहे लोगों से बस एक ही मांग किया जा रहा है, किसी प्रकार चंदन का पार्थिव शरीर गांव लाया जाए। पिता दोनों बेरोजगार पुत्रों को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। पत्नी शिल्पी कुमारी किसी से कुछ भी नहीं बोल रही है। घर पहुंचने वालों से बस एक ही रट लगा रही है मेरे चंदन को लौटा दो। पत्नी व अन्य परिजनों का तीन दिनों से रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है।
बिहार व भारत सरकार के किसी प्रकार का बयान नहीं आने से आक्रोश
शहीद का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंचने से आक्रोशित लोग भारतीय सेना के निर्णय से खासे नाराज हैं। साथ ही बिहार और भारत सरकार पर आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि इतनी बड़ी घटना की जानकारी पूरे देशवासियों को है। लेकिन बिहार सरकार के मुखिया सहित किसी भी मंत्री का गांव पहुंचना तो दूर की बात किसी प्रकार का बयान तक नहीं आया है। वहीं भारत सरकार के द्वारा किसी प्रकार की लाभ की घोषणा नहीं किए जाने से परिजन व ग्रामीण नाराज हैं। शनिवार को स्थानीय थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा गांव पहुंचे तो नाराज लोगों ने गांव के मुहाने से ही वापस कर दिया।
पाकिस्तान हाय _हाय के भी लगे नारे
शनिवार को एनएच 29 पर धरना पर बैठे ग्रामीण युवा पाकिस्तान हाय हाय, नीतीश सरकार निकम्मी है। नीतीश कुमार हाय हाय आदि आदि नारा लगाते रहे। ग्रामीणों की पहली मांग है, पहले चंदन के पार्थिव शरीर को गांव लाओ। इसके साथ ही सरकारी सहायता, आश्रितों को मुआवजा देने की मांग भी की जा रही है। बीडीओ पंकज कुमार, सीओ प्रेम कुमार, पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी समेत अन्य कई पदाधिकारी जाम स्थल पर मौजूद हैं। स्थिति को सामान्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
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