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Nawada News : लाखों_करोड़ों गरीबों, शोषितों, पिछड़ों की आवाज थे जननायक कर्पूरी ठाकुर : डॉ. अनुज



लाखों_करोड़ों गरीबों, शोषितों, पिछड़ों की आवाज थे जननायक कर्पूरी ठाकुर : डॉ. अनुज

नवादा लाइव नेटवर्क।

 नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के कझिया गांव में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती समारोह पूर्वक बड़े धूमधाम से मनाई गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जयललिता देवी पूर्व पंचायत समिति सदस्य ग्राम पंचायत लेदहा ने की। उद्घाटन शिक्षाविद एवं समाजसेवी डॉ. अनुज कुमार ने किया। कुशलता पूर्वक मंच संचालन समाजसेवी अजय कुशवाहा ने किया। 

मुख्य अतिथि डॉ. अनुज कुमार ने सबसे पहले जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। उसके बाद दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। 

इस मौके पर बोलते हुए डॉ अनुज कुमार ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत सरकार ने देश का सर्वोच्च सम्मान "भारत रत्न" देने का घोषणा की है, और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया। कहा कि यह वर्षों से चिर प्रतीक्षित मांग थी, जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा कर लाखों_करोड़ों गरीबों, शोषितों, पिछड़ों की आवाज को बल देने का काम किया। उन्होंने कहा कि सही मायने में गुदडी के लाल जननायक कर्पूरी ठाकुर सच में सामाजिक न्याय के प्रखर योद्धा थे। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ आजाद भारत में ही नहीं बल्कि जब भारत गुलाम था उस समय इन्होंने गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए भारत छोड़ो आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। इन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में बोलते हुए कहा था कि अगर हिंदुस्तानी जाग जाए तो इनके सिर्फ थूक फेंकने से ही अंग्रेजी हुकूमत यहां समाप्त हो जाएगी और सारे लोग भाग जाएंगे। 

समाजसेवी मोहन सिंह चंद्रवंशी ने कहा की सही मायने में अति पिछड़ा समाज को ताकत देने का काम हिंदुस्तान में अगर कोई किया तो उस व्यक्ति का नाम जननायक कर्पूरी ठाकुर है।

 भाजपा के वरिष्ठ नेता रंजीत यादव ने कहा की कर्पूरी  ठाकुर का जो संघर्ष था उसकी बुनियाद पर लालू प्रसाद यादव और बाद में नीतीश कुमार को बिहार में शासन करने का मौका मिला। 

इस कार्यक्रम के आयोजक यादव महासभा के जिलाध्यक्ष उमेश यादव ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर का विचार समता मूलक समाज की स्थापना, शोषण विहीन समाज की स्थापना और राजनीतिक सामाजिक और शैक्षणिक गैर बराबरी को समाप्त करना, इनकी राजनीति का चरम लक्ष्य था। 

जदयू के वरिष्ठ नेता समाजवादी हरी कृपाल ने कहा कि 10- 20% भी उनके पद चिन्हों  पर चलने का अगर प्रयास हम लोग करें तो सही मायने में जननायक के सपनों को सरकार किया जा सकता है।

अजय कुशवाहा ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर गरीब पिछड़ा , दलितों के मसीहा थे। उन्होंने मांग किया कि उनके नाम पर बिहार और देश में शोध संस्थान खोले जाएं। सही अर्थों में वे सामाजिक परिवर्तन के महानायक थे। वे सादगी, ईमानदारी, सरलता, उदारता के प्रति मूर्ति थे। वे हम सबों के लिए प्रेरणा स्रोत है।

 प्रोफेसर कृष्ण कुमार प्रभाकर ने कहा कि जननायक ने  पिछड़ों, अति पिछड़ों और महिलाओं को आरक्षण देकर इन वर्गों को सशक्त करने का काम किया। 

अनिल सिंह प्रदेश महासचिव रालोजद ने बोलते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले देश के अग्रिम पंक्ति के नेताओं में से एक थे। रालोजद के नेता विनय कुशवाहा ने कहा कि हम सभी लोग इनके बताएं मार्गों पर चलकर ही समाज और देश में परिवर्तन ला सकते हैं और गरीबों को न्याय दिला सकते हैं।

 समाजसेवी एके गुरु ने कहा कि शिक्षा का मुकम्मल व्यवस्था करके ही जननायक के सपनों को साकार किया जा सकता है। सुरेश राजवंशी मुखिया ग्राम पंचायत लेदहा ने कहा कि गरीबों के सच्चे हितैषी जननायक कर्पूरी ठाकुर थे। आज हम लोगों के लिए खुशी का लम्हा है कि जननायक को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है। 

उदय पासवान पूर्व मुखिया ग्राम पंचायत लेदहा जो गायक भी हैं उन्होंने कहा कि शिक्षा देकर ही जननायक के सपनों को साकार कर सकते हैं। यह काम डॉक्टर अनुज बाबू नवादा में कर रहे हैं।

 शिक्षक संघ के नेता अयोध्या पासवान ने उनके पुराने स्मृतियों को याद दिलाते हुए कहा कि दो-दो बार मुख्यमंत्री और एक बार उप मुख्यमंत्री रहने के बाद भी इनके मकान झोपड़ी के ही थे। यह इनके अंदर का ईमानदारी था। इस अवसर पर लेदहा पंचायत के सुखदेव यादव, वीरेंद्र पासवान ,शिवालक यादव, जोगेंद्र यादव, वीरेंद्र यादव, ललन सिंह ,राजकुमार राम, सनोज ठाकुर ,आलम खान सहित हजारों ग्रामीण उपस्थित थे।













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