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Big News : केंद्रीय मंत्री के काफिले पर भौरों का हमला, 40 से ज्यादा घायल, कार्यक्रम रद्द

  


केंद्रीय मंत्री के काफिले पर भौरों का हमला, 40 से ज्यादा घायल, कार्यक्रम रद्द

नवादा लाइव नेटवर्क।

केंद्रीय रेल राज्यमंत्री राव साहब पाटिल दानवे के काफिले पर भौरों के अचानक हमला से भगदड़ मच गई। यह हमला नवादा जिले के नरहट प्रखंड के पॉलिटेक्निक कॉलेज खानवां में गुरुवार 14 जुलाई को हुई। भौरों के हमले में मंत्री तो सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन वहां मौजूद 40 से ज्यादा ग्रामीण घायल हो गए। कुछ घायलों का इलाज पीएचसी नरहट में किया गया तो कुछ घायलों के इलाज के लिए मेडिकल टीम को गांव पहुंचना पड़ा। काफिले में शामिल कुछ vip भी भौरों का शिकार हुए।

बताया जाता है कि 3 दिवसीय नवादा लोकसभा के प्रवास पर बुधवार 13 जुलाई को नवादा पहुंचे मंत्री दूसरे दिन विकास योजनाओं का जायजा लेने हिसुआ विधानसभा के नरहट पहुंचे थे। नरहट होते हुए खानवां गांव जा रहे थे। खानवां गांव पहुंचने के पूर्व बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने मंत्री की अगवानी की। स्वागत में ढोल-बाजे बाजाएं जा रहे थे। इसी क्रम में मंत्री जी का काफिला पॉलिटेक्निक कालेज के पास रुका। कॉलेज बंद था, फिर भी निरीक्षण करने कॉलेज कैंपस में प्रवेश कर गए। उनके पीछे ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं की भीड़ भी कॉलेज के अंदर दाखिल हो गई। इसी दौरान बॉयज हॉस्टल के तीसरी मंजिल पर बड़ा छत्ता लगाए मधुमक्खी का झुंड भीड़ पर हमला कर दिया। फलतः वहां भगदड़ मच गई। लोग जान बचाकर भागने लगे। सुरक्षा कर्मियों ने मंत्री जी को सुरक्षित वाहन तक पहुंचाया। 

इस घटना के बाद मंत्री का खानवां गांव में अन्य कार्यक्रम रद्द हो गया। वे सिरदला-राजौली की ओर अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए चले गए। 

बाद में घायलों का इलाज कराया गया। ग्रामीण गौरब कुमार ने बताया कि 40 से ज्यादा लोग भौरों के काटने से जख्मी हुए हैं।  phc नरहट और गांव में पहुंची मेडिकल टीम द्वारा सभी का इलाज किया गया।

बता दें कि खानवां गांव बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह का ननिहाल और जन्मस्थली है। मंत्री जी को बिहार केसरी की प्रतिमा पर माल्यार्पण सहित अन्य कार्यक्रमों में शामिल होना था, लेनिन संभव नहीं हो सका।  इस दौरान मंत्री के साथ पूर्व विधायक अनिल सिंह, विधायक अरुणा देवी, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय कुमार मुन्ना, महामंत्री रामानुज कुमार आदि साथ थे।

इधर, यह साफ नहीं हो सका कि भौरा अचानक से कैसे हमला बोल दिया। किसी का कहना है कि मंत्री जी के स्वागत में बज रहे ढोल से ऐसा हुआ तो कोई इसे महज जंयोग तो कोई किसी की शरारत बता रहा है। वजह जो रहा हो मंत्री जी कार्यक्रम के रंग में भंग तो पड़ ही गया। उनके लिए नवादा की पहली यात्रा यादगार भी बन गई।





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