Shahidon ke liye shradhanjali yatra : गजब के जीवट हैं ये संत, भारत के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने हजारों किलोमीटर की कर रहे हैं पदयात्रा, गंगोत्री धाम से शुरू हुई है यात्रा का अंतिम पड़ाव होगा द्वारिका
नवादा लाइव नेटवर्क।
भारत के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने हजारों किलोमीटर की पदयात्रा कर रहे हैं ये संत। नाम है गुणवंत जोशी। झारखंड के धनबाद के रहने वाले हैं।
गंगोत्री से बंहगी में पवित्र जल लेकर देशाटन पर निकले हैं। कई राज्यों की सीमा को लांघते हुए इन्हें द्वारिका(गुजरात) तक का सफर तय करना है। इस क्रम में कई ज्योतर्लिंगों पर जलार्पण कर शहीद जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने का संकल्प है।
11 अगस्त 22 को इनका दर्शन हमें कांवरिया पथ पर इनारावरण के पास असम_बंगाल सेवा शिविर में हुआ। ईश्वर के बड़े भक्त हैं। हमेशा किसी न किसी धर्मस्थल की ओर पदयात्रा पर रहते हैं।
हमारी मुलाकात हुई तो बातचीत भी हुई। बताया कि गंगोत्री से कांवरिया पथ इनारावरन तक का सफर 2 माह 10 दिन में पूरा हुआ। फिलहाल, देवघर में बाबा बैजनाथ और बासुकीनाथ धाम में बाबा भोले पर जलार्पण कर धनबाद के रास्ते में हैं। लंबी यात्रा के कारण तबीयत थोड़ी बिगड़ गई है। लेकिन, इरादे अटल हैं।
2 माह 10 दिनों की पदयात्रा में उत्तराखंड के गंगोत्रीजी धाम से भैरोघाटी, उत्तरकाशी, ऋषिकेश, हरिद्वार, यूपी के लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अयोध्या, जौनपुर, वाराणसी, बिहार के मोहनिया, गया, शेरघाटी, झारखंड के बगोदर, गिरिडीह होते हुए फिर बिहार के बांका जिले के कटोरिया पहुंचकर कांवरिया पथ पर पहुंचे थे।
उनकी यात्राका अगला प्रमुख पड़ाव छत्तीसगढ़ का अर्धनारेश्वर धाम, महाराष्ट्र, जगन्नाथ धाम, सोमनाथ, बागेश्वर द्वारिका (गुजरात) में जलार्पण के साथ समाप्त होगा। कहते हैं कि अभी 2 माह का वक्त और लगेगा।
जानिए कौन हैं गुणवंत जोशी
गुणवंत जोशी झारखंड के धनबाद शहर के निवासी हैं। स्व. लक्ष्मी शंकर जोशी के पुत्र हैं। बैंक रोड थाना इलाके में धोवा रोड, शास्त्री नगर में घर है। 60 के करीब आयु हो गई है। 4 भाई और 2 बहनें हैं। खुद अविवाहित (बाल ब्रह्मचारी) हैं। मूलतः गुजरात के राजकोट के निवासी थे। पिताजी नौकरी पेशा के सिलसिले में वर्षों पूर्व धनबाद आए थे, यहीं के होकर रह गए। 02 जून 22 को घर से इस यात्रा के लिए निकले थे।
अद्भुत है कांवर
हजारों किलोमीटर की यात्रा कर रहे गुणवंत जी का कांवर भी अद्भुत है। कांवर में पवित्र गंगोत्री का जल तो है ही शिवलिंग और अखंड ज्योति भी साथ है।
अबतक कर चुके हैं कई यात्राएं
खुद को ईश्वर को समर्पित कर चुके गुणवंत जोशी अबतक लंबी दूरी की कई यात्राएं कर चुके है। 60 की आयु है और 43 वर्षों से कांवरिया पथ से जुड़े रहे हैं। लंबे समय से बाबा भोले के द्वार तक पहुंचकर साधना करते रहे हैं। कई वर्षों तक सावन के प्रत्येक सोमवारी को डाक कांवर यात्रा कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने खाटू श्याम जी (राजस्थान), वैष्णो देवी धाम आदि की यात्रा की है।
वर्तमान में जिस उद्देश्य से हजारों किलोमीटर की यात्रा पर निकले हैं, उन्हें देख लोग श्रद्धा से शीश झुका रहे हैं। हम उनकी सुखद, मंगलमय यात्रा और उद्देश्यों में सफलता की कामना ईश्वर से करते हैं।
शहीदों का सम्मान है यह यात्रा
गुणवंत जी कहते हैं कि यह यात्रा देश के लिए कुर्बानी देने वाले वीर शहीदों की श्रद्धांजलि के लिए है। उन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया हम नागरिकों का भी उनके प्रति कुछ कर्तव्य है। हम उसी को निभाने का एक छोटा सा प्रयास कर रहे हैं।
गुजरात के सीएम से अपील
इनकी गुजरात सरकार खासकर मुख्यमंत्री से अपील है कि सोमनाथ और द्वारिका में सीधे बाबा पर जलार्पण की सुविधा दी जाए। इसके लिए उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से भी अपील की है।
रिपोर्ट : कांवरिया पथ से बरुणेंद्र कुमार
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