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Nawada News : मॉडर्न स्कूल की नई पहल, संस्कृत भाषा को समर्पित रहा गणेश चतुर्थी का सांस्कृतिक कार्यक्रम


 मॉडर्न स्कूल की नई पहल, संस्कृत भाषा को समर्पित रहा गणेश चतुर्थी का सांस्कृतिक कार्यक्रम

सभी गीत, संगीत, नृत्य, भाषण एवं मंच संचालन के कार्यक्रम संस्कृत भाषा में किए गए आयोजित

नवादा लाइव नेटवर्क।

मॉडर्न शैक्षणिक समूह, नवादा शिक्षा के क्षेत्र में नित नए प्रयोग एवं कीर्तिमान स्थापित करने के लिए सम्पूर्ण मगध में विख्यात है। इस बार इस संस्थान के द्वारा एक अभिनव पहल की गई है, जो सम्पूर्ण शिक्षा जगत के लिए अनुकरणीय है। 

 


विश्व की प्राचीनतम भाषा संस्कृत के संरक्षण तथा नयी पीढ़ी एवं विद्यार्थियों में इसे लोकप्रिय एवं ग्राह्य बनाने के लक्ष्य को लेकर श्री गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर मॉडर्न ग्रुप के सभी विद्यालयों में संस्कृत भाषा को समर्पित एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें गीत, संगीत, नृत्य, भाषण, लघु नाटिका एवं मंच-संचालन आदि विविध प्रस्तुतियाँ संस्कृत भाषा में आयोजित की गई, जिसकी सभी दर्शकों ने भावविभोर हृदय से सराहना की। 


         कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के संस्कृत विभाग के द्वारा विभागाध्यक्ष प्रमोद पाठक के दिशानिर्देशन में किया गया, जिसमें दिनेश झा, प्रवीण पंकज, नटराज चक्रवर्ती, वंदना कुमारी एवं राजकुमार पाल आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई। 

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कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ मॉडर्न शैक्षणिक समूह के निदेशक डॉ. अनुज कुमार के द्वारा दीप- प्रज्ज्वलन और श्रीगणेश जी को माल्यार्पण कर किया गया। 

उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व की प्राचीनतम भाषा एवं भारतीय ज्ञान-विज्ञान, संस्कृति एवं आध्यात्मिक ज्ञान की चाभी जिस संस्कृत भाषा में निहित है, वही संस्कृत आज भारत में लुप्तप्राय हो गयी है। लोगों ने संस्कृत को केवल कर्मकांड की भाषा समझ लिया है, जो सरासर गलत है।

 इस भाषा की महत्ता आज नासा भी समझ रहा है। छठी पीढ़ी के कम्प्यूटर की भाषा एवं अंतरिक्ष यात्रियों के संपर्क के लिए सर्वोत्तम भाषा के रूप में संस्कृत को स्वीकार किया जा रहा है। आज विश्व के जर्मनी, अमेरिका, फ्रांस इंग्लैंड आदि कई यूरोपीय देशों के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में संस्कृत की विधिवत शिक्षा दी जा रही है। सारी दुनिया धीरे-धीरे संस्कृत का महत्व समझ रही है, परंतु दुख की बात है कि हमारे देश में ही संस्कृत की नित्य उपेक्षा की जाती है।

 हमारी आगामी पीढ़ी में संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता एवं लगाव अधिक से अधिक बढे, इसके लिए मॉडर्न ग्रुप के द्वारा यह नई पहल की गई है। देश के सभी शिक्षण संस्थानों को अपने-अपने स्तर से संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।


           कार्यक्रम का मंच संचालन रिशु, अर्णव, आरुषि, प्रेरणा, हर्षवर्धन, रिया, राखी, प्रिया, श्रुति और मुस्कान ने किया। स्वागत गीत एवं दीप मंत्रोच्चारण रागिनी, अनुष्का, रूही, अदिति, सुहानी, पलक, जयेश पंडित, नैतिक एवं आशुतोष सुमन ने किया। इसके बाद स्वागत भाषण प्रिया एवं साक्षी ने दिया। गुरु वंदना की प्रस्तुति मानसी, रितु, प्रीति, रश्मि, अनुपम, अदिति एवं वैष्णवी के द्वारा की गई। अनुराधा ने गणेश वंदना की सुमधुर प्रस्तुति दी। 


श्री गणेश जी की लीलाओं को समर्पित नृत्य में विद्या बाला, युक्ता, सक्षम, रिद्धि गुप्ता, साक्षी निगम और सौम्या ने बेहतरीन प्रस्तुति दी। अपने मधुर कंठ से कृष्णाष्टकम् का गायन करके संजना, लक्ष्मी, कोमल, प्रिया, साक्षी, दिव्या एवं प्राची ने सभी दर्शकों को भावविभोर कर दिया। आठवीं कक्षा की अनुराधा ने भाषण देकर सभी को संस्कृत भाषा के महत्व से अवगत कराया। 



गणेश जी के जन्मोत्सव को समर्पित एक सोहर का गायन अनुराधा, शानवी, रिद्धिमा, वंशिका, आराध्या, साक्षी एवं प्रज्ञा ने किया। तान्या, प्रिया, अदिति, माही, अंजलि, साक्षी, सेजल, निशिता ने अच्युताष्टकम का गायन किया। इसके पश्चात सुहानी, अनुष्का, नीतू, श्रेया, साक्षी, दीपा, मुस्कान एवं ज्योति के द्वारा श्रीगणेश जी की आरती गायी गई। कार्यक्रम के अंत में दक्षा एवं प्रज्ञा के द्वारा श्रीगणेश क्षमा प्रार्थना का गायन करके कार्यक्रम का समापन किया गया। उपरोक्त सभी कार्यक्रम पूर्णतः संस्कृत भाषा में प्रस्तुत किए गए। 


उपस्थित अभिभावकों ने कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा की उन्होंने अपने जीवन में पहली बार पूर्णतः संस्कृत भाषा में कार्यक्रम देखा और सबसे आश्चर्य की बात यह थी कि उन्हें कार्यक्रम को समझने एवं उसका आनंद लेने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। ऐसे कार्यक्रम का आयोजन अधिक से अधिक होने चाहिए ताकि हमारी सभ्यता एवं संस्कृति तथा संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार एवं लोकप्रियता अधिक से अधिक हो सके।















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