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Nawada News : वारिसलीगंज में डेंगू का भयावह रूप, 20 वर्षीय युवक की मौत, सरकारी अस्पताल में एक मरीज चिन्हित, प्राइवेट में लंबी कतार

 


 वारिसलीगंज में डेंगू का भयावह रूप, 20 वर्षीय युवक की मौत, सरकारी अस्पताल में एक मरीज चिन्हित, प्राइवेट में लंबी कतार

नवादा लाइव नेटवर्क।

नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र में डेंगू का कहर है। बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में रोज आ रहे हैं।

प्रखंड में बीमारी व्यापक रूप में प्रसारित हो चुका है। जबकि स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मात्र एक महिला के डेंगू होने की पुष्टि हुई है।

इस बीच प्रखंड के अपसढ गांव निवासी सत्य प्रकाश सिंह उर्फ सतन सिंह के 20 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार की मौत रविवार की देर रात इलाज़ के दौरान पटना में हो गई। युवक के मौत की जानकारी ग्रामीण मुखिया राजकुमार सिंह ने दी है। 

 मुखिया के अनुसार मृतक का छोटा भाई भी डेंगू से पीड़ित है, जो वारिसलीगंज के किसी निजी चिकित्सालय में इलाजरत है।

 दूसरी ओर नगर के वार्ड संख्या 10 के निवर्तमान पार्षद सन्नी कुमार ने बताया कि उक्त वार्ड के अम्वेदकर नगर मुहल्ले में आधा दर्जन से अधिक लोग डेंगू बुखार से पीड़ित हैं। जिसमें मुहल्ला निवासी बल्लू राम, सुहाना वर्मा, हरेंद्र प्रसाद, मो अली हसन का नाम शामिल हैं। 

वार्ड 10 तो बानगी है, स्थिति कमोवेश अन्य हिस्से में भी ऐसी ही है। 

नगर में संचालित विभिन्न जांच घरों से जो अनौपचारिक जानकारी मिली है उसमें क्षेत्र में एक सौ से अधिक लोग मच्छर जनित बुखार से पीड़ित होकर निजी नर्सिंग होम में इलाज़ करवा रहे हैं। जिसमें मलेरिया एवं टायफाइड बुखार भी शामिल हैं।

 वैसे जांच घरों के आंकड़े पर विश्वास किया जाय तो सीबीसी जांच करवाने वाले हर चौथे मरीज का प्लेटलेट्स काफी कम पाया जा रहा है।

 डेंगू में सबसे पहले व्यक्ति का प्लेटलेट्स काउंट डाउन होता है। जो मरीज को काफी कमजोर बना देता है।

 डेंगू पीड़ित अपसढ़ ग्रामीण सतन सिंह के बेटे की मौत रविवार की देररात में इलाज के दौरान पटना में हुई। बताया गया युवक को दो-तीन दिन पहले से बुखार पीड़ित था। वारिसलीगंज स्थित निजी चिकित्सक के पास इलाज भी कराया था। जहां से बेहतर इलाज के लिए पावापुरी रेफर कर दिया गया था।

 बताया गया कि गांव में दर्जनों लोग डेंगू सहित अन्य प्रकार के मच्छर जनित बुखार से पीड़ित है। बावजूद स्वास्थ्य विभाग अनजान बनी है। पीएचसी के चिकित्सक नहीं जानते हैं कि कौन सा क्षेत्र डेंगू पीड़ित हैं। जबकि एक सप्ताह पहले फेशबुक एवं अन्य सोशल साइट पर वारिसलीगंज में डेंगू महामारी की खबर खूब दौड़ी। 

स्वास्थ्य विभाग हो या नगर परिषद किसी भी अधिकारी ने पोडितों का हाल भी जानना मुनासिब नहीं समझा। फलतः बीमारी व्यापक रूप से फैल रहा है। 

   वारिसलीगंज की पीएचसी प्रभारी डा. आरती अर्चना के अनुसार पीएचसी में डेंगू , मलेरिया, टाइफाइड आदि सभी प्रकार की जांच उपलब्ध है। साथ ही रोगी के स्थिति को देखते हुए नवादा या पावापुरी भेजने के लिए एंबुलेंस आदि की पूरी व्यवस्था है। बताया कि अब तक सोमवार को नगर क्षेत्र की एक महिला डेंगू बुखार से पीड़ित पाई गई। जिसे बेहतर इलाज के लिए पावापुरी रेफर किया गया। 

दूसरी ओर नगर के निजी जांच घरों के अनुसार शहर के एक दर्जन से अधिक जांच घरों में प्रतिदिन पांच से छह डेंगू मरीज की जांच उपरांत पहचान की जा रही है। 

बहरहाल, जो हालात है उसमें साफ है कि समय रहते शासन_प्रशासन नहीं सतर्क हुआ तो स्थिति संभालना मुश्किल हो सकता है।







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