Crime News : लड़कियों की तस्करी में लिप्त गिरोह का भंडाफोड़, कोटा_पटना से महिला समेत 3 गिरफ्तार, 3 माह से गायब किशोरी बरामद
लड़कियों की तस्करी में लिप्त गिरोह का भंडाफोड़, कोटा_पटना से महिला समेत 3 गिरफ्तार, 3 माह से गायब किशोरी बरामद
नवादा लाइव नेटवर्क।
लड़कियों को बहला_फुसलकर चंगुल में फांसकर बेचने वाले एक गिरोह का राजफाश करते हुए नवादा पुलिस ने पटना और कोटा में छापेमारी कर एक महिला समेत 3 लोगों को धर दबोचा। इसके साथ ही 3 माह से लापता किशोरी को भी बरामद कर लिया गया। पूछताछ के बाद गिरफ्तार सभी आरोपितों को जेल भेज दिया गया। जबकि, किशोरी का बयान 164 के तहत नवादा कोर्ट में कलमबंद कराया गया है। सदर अस्पताल नवादा में चिकित्सीय जांच भी कराई गई है।
किशोरी के गांव के एक युवक के मोबाइल से पुलिस मामले का उद्भेदन कर पाई। एसडीपीओ पकरीबरावां मनोज चौधरी ने बुधवार को मीडिया कर्मियों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
बता दें कि धमौल ओपी क्षेत्र की एक किशोरी गायब हो गई थी। पुलिस काफी मशक्कत बाद किशोरी को बरामद कर पाई है।
राजस्थान के कोटा से बरामदगी हुई। मंगलवार को पुलिस किशोरी को लेकर धमौल ओपी पहुंची, जहां से बुधवार को न्यायलय में बयान दर्ज कराने लाया गया।
जानिए क्या है घटनाक्रम
एसडीपीओ पकरीबरावां महेश चौधरी ने बताया कि 8 अक्टूबर को कोचिंग के लिए धमौल बाजार गई तुर्कवन गांव के शिक्षक रवींद्र चौधरी पुत्री गायब हो गई थी।
12 अक्टूबर को पिता द्वारा पुत्री के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिसमें गांव के ही आजाद कुमार, मनोज चौधरी, मंती देवी एवं संजय चौधरी को आरोपित किया गया था।
आजाद के काल डिलेल्स से पुलिस गिरोह तक पहुंची
कांड के अनुसंधान के क्रम में एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठित किया गया। जिसमें धमौल प्रभारी बैजनाथ प्रसाद, दो महिला कांस्टेबल तथा दो जिला अनुसंधान इकाई शामिल कर मुख्य आरोपी आजाद के कॉल डिटेल्स को खंगालने एवं कुछ अन्य मोबाइल नंबर का सत्यापन किया गया। इस दौरान एक मोबाइल नंबर का लोकेशन पटना पाया गया, जो एक महिला का निकला। इस बीच किशोरी को कोटा भेजे जाने की जानकारी पुलिस को मिली। कॉल डिटेल एवं मोबाइल लोकेशन के आधार पर कोटा में छापेमारी की गई, जहां से किशोरी को सकुशल बरामद कर किया गया।
किशोरी की निशानदेही पर कोटा के विजय वैष्णव, पटना के राजाबीघा के गुप्ता मार्केट निवासी धीरेंद्र प्रसाद के पुत्र टेंपो चालक दिलीप कुमार एवं गिरोह की सरगना पटना के राजाबीघा के ही पुतुल देवी उर्फ सुनीता उर्फ मीरा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में तीनों ने संलिप्तता स्वीकारी।
काम दिलाने का झांसा देकर किशोरी को बेचा
एसडीपीओ ने बताया कि घर से निकलने के बाद पटना जंक्शन पर एक महिला से किशोरी संपर्क में आई, जिसके बाद उसे पुतुल के पास ले जाया गया। काम दिलाने का झांसा देकर पुतुल ने किशोरी को दिलीप के साथ कोटा भेज दिया। जहां सुरेश यादव नामक व्यक्ति के यहां उसे रखा गया। वहां से उसे दूसरे युवक के पास भेज दिया गया था। उन्होंने बताया कि पटना में इसका एक गिरोह सक्रिय है, जो भोली भाली लड़कियों को काम दिलवाने के नाम पर उसे दूसरे जगह बेच दिया करता है।
पुतुल से पूछताछ में उसने बताया कि कई माह से वह यह काम कर रही है। कई लड़कियों को टारगेट कर चुकी है। उन्होंने बताया कि इनपुट मिलते ही गिरोह में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही मानव तस्करी का शिकार हुई लड़कियों को मुक्त कराया जाएगा।
पूर्व से जेल में बंद है आजाद
बता दें कि उक्त मामले में मुख्य आरोपी बनें आजाद ने पहले ही थाना में सरेंडर कर दिया था। आजाद के प्रेमजाल में फंसकर युवती पटना जंक्शन पहुंची थी, जहां आजाद का इंतजार करती रही। आजाद के नहीं पहुंचने के कारण परेशान किशोरी गिरोह के चंगुल में फंस गई।
No comments