Nawada News : राशन में करप्शन : प्रशासनिक जांच से असंतुष्ट विधायक विभा देवी पटना तक करेंगी पैदल मार्च, डीएम नवादा को लिखा पत्र
राशन में करप्शन : प्रशासनिक जांच से असंतुष्ट विधायक विभा देवी पटना तक करेंगी पैदल मार्च, डीएम नवादा को लिखा पत्र
नवादा लाइव नेटवर्क।
भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना देने के बाद जनवितरण दुकानदारों और संबंधित नेताओं द्वारा विधायक विभा देवी के खिलाफ नारे लगाने और जिला प्रशासन जिंदाबाद करने की घटना को विधायक ने गंभीरता से ली है।
इस संबंध में उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी नवादा को एक पत्र लिखा है, जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत तमाम बड़े अधिकारियो को भेजी गई है।
प्रेस को प्राप्त पत्र में विधायक ने कहा है कि भ्रष्टाचार में लिप्त डीलरों और उसके नेताओं ने जबसे समाहरणालय परिसर में विभा देवी मुर्दाबाद और जिला प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाये हैं, तभी से जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच टीम निष्क्रिय हो गई है।
जांच के नाम पर डीलरों से 50-50 हजार रूपये तक वसूल कर शिकायतों को रफा-दफा किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि भ्रष्टाचारियों द्वारा समाहरणालय परिसर में विभा देवी मुर्दाबाद का नारा लगा कर एक तरह से जान से मारने की धमकी दी गई है। विधायक ने आशंका जताई है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ की लड़ाई में मुझे या मेरे परिवार को भ्रष्टाचारियों द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाया जा सकता है, क्योंकि पूर्व में इस तरह की घटना हो चुकी है, जिसका दंश मेरा परिवार आज भी झेल रहा है।
इसके बावजूद मैं डरने वाली नहीं हूं और जनकल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ती रहूंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर भ्रष्टाचारियों के दबाब में जांच बाधित की गई तो मैं नवादा से बिहार सरकार तक बात पहुंचने के लिए पटना तक अकेले पैदल मार्च करूंगी। इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना के लिए प्रशासन और भ्रष्टाचारी जिम्मेवार होंगे।
विदित हो कि 18-19 मार्च को सदर प्रखण्ड के भदोखरा और ओरैना पंचायत जनप्रतिनिधियों, वार्ड प्रतिनिधियों एवं जागरूक जनता के साथ बैठक कर विधायक ने फिड बैक लिया और विभिन्न योजनाओं की अद्यतन स्थिति का आकलन किया। ग्रामीणों ने बताया कि आज भी ज्यदातर डीलर 5 किलो की जगह 4 किलो अनाज ही दे रहे हैं जो गंभीर मामला है, क्योंकि भ्रष्टाचारी लोग संबंधित अधिकारियों के मेल से आंदोलन को कुंद कर मनमानी करना चाहते है।
विधायक ने कहा कि धरना के समय जो हमने समस्याएं उठाई थी उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। खासकर बैक लॉक में पड़े लाखो क्विंटल अनाज की कोई जांच नहीं हो रही है, जबकि बताया गया था कि साजिश के तहत पटना के किसी कार्यालय से बैलेंस नील करने का खेल चल रहा है। उन्होंने दुहराया कि अगर उपभोक्ताओं को निर्धारित वजन से गुणवत्तापूर्ण अनाज नहीं मिलता है तो मैं विधानसभा सत्र छोड़कर नवादा से पटना मार्च करने के लिए मजबूर हो जाउंगी।
रिपोर्ट :- शम्भु विश्वकर्मा।
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