Big News : अगले कुछ घंटे कोतवाल पर भारी, एसपी के आदेश पर डीएसपी ने शुरू की जांच, मामला मुखिया के साथ घर से थाने तक अमानवीयता का
सदर अस्पताल में मुखिया का हाल चाल लेते एमएलसी अशोक यादव |
अगले कुछ घंटे कोतवाल पर भारी, एसपी के आदेश पर डीएसपी ने शुरू की जांच, मामला मुखिया के साथ घर से थाने तक अमानवीयता का
नवादा लाइव नेटवर्क।
नवादा जिले के अकबरपुर थाने की पुलिस ने एक मुखिया के साथ अमानवीयता की सारी हदें लांघते हुए वो सब किया जिसकी इजाजत पुलिस मैन्यूल नहीं देता है।
पानी की जगह पेशाब पिलाया, गुप्तांग में डंडे घुसेड़ा, पत्नी के साथ बदसलूकी की, मामला पब्लिक डोमेन में आया तो उन साथी जनप्रतिनिधियों को धमकाया गया जो पीड़ित मुखिया के प्रति हमदर्दी रख रहे थे।
लेकिन, लोकतंत्र में बादशाह समझने की हिमाकत ही पतन का कारक होता है, कुछ ऐसा ही अगले कुछ घंटे में होने वाला है। पीड़ित मुखिया की बातों में अगर दम है तो यह भी तय है कि कोतवाल साहब की दिवाली पूर्व दिवाला निकलने वाला है। उल्टी गिनती शुरू हो गई है। मामला संज्ञान में आने के बाद कप्तान साहब गंभीर हो गए हैं। डिप्टी साहब को जांच का आदेश मिल गया है। रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है। यहां बात हो रही है अकबरपुर थाने और वहां के कोतवाल की। लपेटे में अकबरपुर के थानाध्यक्ष अजय कुमार, सब इंस्पेक्टर राजू पासवान और श्रवण कुमार हैं।
देखें वीडियो में पीड़ित मुखिया और एमएलसी का बयान_
जानिए क्या है पूरा मामला
अकबरपुर प्रखंड के बुधुआ पंचायत के मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष राम स्वरूप यादव को रविवार की देर शाम गिरफ्तार करने पुलिस उनके घर पहुंची। आरोप है कि पुलिस ने उन्हें घर से गिरफ्तार किया। इस दौरान उनकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया गया। खैर, पुलिस मुखिया जी को लेकर थाने पहुंची। जहां उनके साथ पुलिस ने थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया। पानी की जगह पेशाब पिलाया। कई तरह की यातनाएं दी गई।
गिरफ्तारी की वजह जानिए
गिरफ्तारी के पीछे की कहानी है कि मुखिया जी ईट भट्ठा चलाते हैं। उनपर करीब ढाई लाख रुपए राजस्व बकाया को लेकर खनन विभाग के द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसी मामले में उनकी गिरफ्तारी की गई थी।
मुखिया के संगीन आरोप
मुखिया रामस्वरूप का कहना है कि थानाध्यक्ष द्वारा मामले को दबाने के लिए मोटी रकम की मांग की गई थी।रिश्वत लेकर मामले को दबाना था। दशहरा के वक्त 5 लाख रुपए की मांग की गई थी। रकम देने से इंकार करने पर इस प्रकार की कार्रवाई की गई। घर से गिरफ्तारी के दौरान पत्नी के साथ मारपीट की गई। थाना में उनके साथ अमानवीयता की इंतहा कर दी गई।
अजय कुमार, थानाध्यक्ष, अकबरपुर
मेडिकल परीक्षण में मिले साक्ष्य
सोमवार को कोर्ट में पेशी के दौरान मुखिया ने पुलिस क्रूरता की कहानी बयां की। जिसके बाद सदर अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। पाया गया कि गुप्तांग में खैनी डाली गई है। शरीर के अन्य हिस्से में भी चोट के निशान पाए गए। जिसके बाद इन्हें वीम्स पावापुरी रेफर कर दिया गया है।
एसपी से मिले मुखियागण
घटना से आहत मुखिया संघ का एक प्रतिनिधि मंडल एसपी डॉ गौरव मंगला से मिला। एमएलसी अशोक यादव, अकबरपुर प्रमुख आशा देवी भी साथ रहे। एसपी को लिखित शिकायत दी गई। एसपी ने डीएसपी रजौली संजय पांडेय को जांच कर रिपोर्ट की मांग की है।
कुछ और मुखिया को भी मिला थ्रेट
यह भी आरोप है कि थानाध्यक्ष अजय कुमार को जब यह जानकारी मिली कि सभी जनप्रतिनिधि एसपी से मिलने जा रहे हैं तो कुछ मुखिया को फोन कर रोकने का प्रयास किया गया था, जिसका लहजा डराने वाला था। सत्य क्या है, जांच में ही साफ होगा।
बहरहाल, डीएसपी को जांच का जिमा मिला है। रिपोर्ट का इंतजार सभी को है।
एमएलसी ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
इस घटना पर एमएलसी अशोक यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कहा कि एक जनप्रतिनिधि के साथ जब इस प्रकार का व्यवहार हो सकता है, तो आम लोगों का हाल क्या होगा अंदाज लगाया जा सकता है। इंसाफ के लिए नवादा से पटना तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
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