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Nawada News : स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, डीएम ने दिए डीडीसी को जांच का आदेश

अमित कुमार, डीपीएम

स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, डीएम ने दिए डीडीसी को जांच का आदेश

नवादा लाइव नेटवर्क।

जिला स्वास्थ्य समिति नवादा के सचिव पर पद और पावर के दुर्योपयोग के कई गंभीर आरोप लगे हैं। विभागीय सचिव ने आरोपों को गंभीरता से लेते हुए डीएम नवादा को जांच का आदेश दिया है। डीएम आशुतोष कुमार वर्मा ने मामले की जांच कर स्पष्ट मंतव्य के साथ रिपोर्ट देने का जिम्मा डीडीसी दीपक कुमार मिश्रा को दिया है। 

आरोपों की लंबी फेहरिस्त

बताया जाता है की इसी जिले के रातोई गाने के राहुल कुमार द्वारा मुख्यमंत्री सचिवालय को आरोपों की लंबी फेहरिस्त के साथ शिकायत दी गई थी। आरोपों के बाबत साक्ष्य भी संलग्न किया गया था।  

क्या_क्या है आरोप

शिकायतकर्ता का आरोप है कि डीपीएम ने अवैध तरीके से दो दर्जन से ज्यादा एएनएम का तबादला किया। 

5 लेखापाल का भी तबादला किया गया। अवैध कमाई के लिए ऐसा किया गया।

 बिना जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष यानी डीएम की अनुमति या अनुमोदन के ही पकरीबरावां की BHM का तबादला एक सप्ताह में 3 बार किया।

अस्पतालों में मरीजों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए संस्था का चयन टेंडर से नहीं किया गया। बल्कि जिस एजेंसी का अनुबंध समाप्त हो गया था उसे ही विस्तार दिया जाता रहा। इसके लिए डीएम से अनुमोदन तक नहीं लिया गया। इतना ही नहीं सभी मरीजों का एक समान भोजन दिया जाता रहा, जबकि नियमानुसार प्रसूति महिलाओं को विशेष भोजन दिया जाना हुई। सामान्य मरीजों के लिए प्रतिदिन 71 और प्रसूति के लिए 150 रूपये दर निर्धारित है। भोजन आपूर्ति में बड़ा घलमेल किया गया है।

राष्ट्रीय किशोर जागरूकता कार्यक्रम के तहत राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा निर्धारित गतिविधियां कराए बगैर 20_25 लाख रुपए का अवैध भुगतान एनजीओ को कराया गया।इस प्रकार के कुल 8 आरोप लगाए हैं। जिसमें वित्तीय गोलमाल के भी आरोप हैं।

शिकायत में यह भी कहा गया है कि अवैध तरीके से नियुक्तियां भी की गई है। एक मामले में जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय द्वारा इनपर विभागीय कार्रवाई के लिए प्रपत्र "क" का भी गठन करने का आदेश जुलाई माह में पारित हुआ है।

बहरहाल, सीएम सचिवालय के निर्देश के बाद अधिकारी इस मामले पर गंभीर हैं। अब डीडीसी को जांच करना है। ऐसे में उनकी मुश्किलें बढ़नी तय है।


डीएम को लिखा गया कई पत्र

कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतीश कुमार मंटन, जिला परिषद उपाध्यक्ष निशा कुमारी, इंटक के जिलाध्यक्ष मनीष सिंह, बीजेपी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रवि राज आदि ने डीएम को पत्र लिखकर शिकायतों की जांच कराने की मांग कर दी है। 

तमाम पत्रकारों के बीच डीएम ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है। अब डीपीएम स्वास्थ्य समिति से लेकर कलेक्ट्रेट तक फाइल लेकर दौड़ रहे हैं।

कहते हैं डीपीएम

आरोपों के संबंध में डीपीएम अमित कुमार से पूछा गया तो उनका जवाब था कि हमारे पक्ष को किसी भी फोरम पर सही तरीके से नहीं रखा गया। इस जिला में डीपीएम थे ही नहीं। ऐसे में हमारे आने के पूर्व मनमौजी चल रही थी। हमारे आने से जिन्हें परेशानी हुई है, वे लोग ही परेशान करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। आरोपों में दम नहीं है। डीपीएम के अपने दावों के बीच सच क्या है जांच में ही साफ होगा। रिपोर्ट आने का इंतजार सभी को है।







 








 

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