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Nawada News : नौकरी से बर्खास्त हो गए ग्रामीण आवास सहायक रणधीर कुमार, डीडीसी ने सेवामुक्ति का आदेश किया जारी, हाल ही वायरल हुआ था वीडियो ऑडियो


नौकरी से बर्खास्त हो गए ग्रामीण आवास सहायक रणधीर कुमार, डीडीसी ने सेवामुक्ति का आदेश किया जारी, हाल ही वायरल हुआ था वीडियो_ऑडियो 

नवादा लाइव नेटवर्क। 

 नवादा जिले के मेस्कौर प्रखंड के मिर्जापुर ग्राम पंचायत के ग्रामीण आवास सहायक रणधीर कुमार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

 उप विकास आयुक्त (डीडीसी) नवादा प्रियंका रानी द्वारा 18 फरवरी की तिथि में बर्खास्तगी का आदेश जारी किया गया है। 

अनैतिक आचरण अनुशासनहीनता और कर्तव्य के प्रति लापरवाह होने के आरोप में उन्हें सेवा मुक्त करने का आदेश जारी किया गया है। 

बता दें कि ग्रामीण आवास सहायक रणधीर कुमार से जुड़ा हुआ एक वीडियो/ऑडियो सोशल प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ था।

 वायरल वीडियो/ऑडियो

 हालांकि उस वायरल वीडियो/ऑडियो के सत्यता की पुष्टि नवादा लाइव द्वारा नहीं किया जा रहा है, लेकिन जो बातें छनकर आ रही है उसमें सेवा से बर्खास्तगी का आधार को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

 उक्त वीडियो में ऑडियो के बारे में कहा जा रहा है कि आवास सहायक रणधीर का किसी व्यक्ति से बातचीत हो रहा है। जिसमें रुपए लेनदेन यानी भ्रष्टाचार और अश्लीलता का जिक्र भी है। 

अय्याशी/भ्रष्टाचार से जुड़ा यह वीडियो/ऑडियो सामने आने के बाद ही यह कार्रवाई की गई। बर्खास्तगी आदेश में इस बात का जिक्र है कि प्रखंड के बीडीओ की रिपोर्ट के आधार पर उक्त कदम उठाया गया है। 

 बता दें कि जिले के सभी पंचायत में पीएम आवास योजना की प्रतीक्षा सूची में जरूरतमंद लाभार्थियों का नाम जोड़ने का काम किया जा रहा है। सर्वे करने का काम पंचायत स्तर पर ग्रामीण आवास सहायकों को दिया गया है। जिस पंचायत में ग्रामीण आवास सहायक नहीं है वहां के पंचायत सचिव अथवा पंचायत रोजगार सेवक को जिम्मेदारी दी गई है। अब नाम जोड़ने की आड़ में अवैध वसूली और अय्याशी का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी भी हतप्रभ हैं।

मामला सामने आने के बाद जांच हुई और प्रथम दृष्टया मामला सही पाया गया। तब जाकर बीडीओ की रिपोर्ट पर आवास सहायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई, उन्हें सेवा से ही बर्खास्त कर दिया गया। आवास सहायक संविदा के आधार पर नियुक्त थे।

 वैसे बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोप आवास सहायकों पर लगना कोई नई बात नहीं है, लेकिन रणधीर कुमार से जुड़े वायरल वीडियो/ ऑडियो में अश्लीलता भी सामने आई है। ऐसे में रणधीर कुमार का बचाना मुश्किल हो गया था। अब देखना यह है कि रणधीर कुमार आगे क्या कदम उठाते हैं।

 वैसे काफी संख्या में लोग रणधीर कुमार के समर्थन में भी आवाज उठाते देखने सुनने को मिले हैं। लेकिन अब तो बड़े अधिकारियों की कलम भी उसके खिलाफ उठ गई। फिलहाल यह मामला उन आवास सहायकों के लिए सख्त संदेश है कि गलत करोगे तो जवाब देही तय होगी ही और इसी प्रकार नपोगे भी...!





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